कीचड़ का काव्य - काका कालेलकर
विद्यार्थी सूर्योदय और सूर्यास्त के दृश्य देखें तथा अपने अनुभवों को लिखें।
छात्र स्वयं करे । परीक्षोपयोगी नहीं।
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