कीचड़ का काव्य - काका कालेलकर

Question

निम्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए-
नदी किनारे अकित पदचिह्न और सींगों के चिहन से मानो महिषकुल के भारतीय युद्ध का पूरा इतिहास ही इस कर्दम लेख में लिखा हो ऐसा बाहस होता है?

Answer

आशय-नदी किनारे कीचड़ जब सूखकर ठोस हो जाता है तो मदमस्त पाड़े अपने सींगों से कीचड़ को रौंद कर आपस में लड़ते हैं। तब नदी के किनारे उनके पैरों तथा सींगों के चिहन अंकित हो जाते हैं। वे सींग से सींग भिड़ाकर लड़ते हैं और अपने पैरों तथा सींगों से कीचड़ खोद डालते हैं तो वह दृश्य भैंसों के परिवार के भारतीय युद्ध का पूरा इतिहास सामने लाकर उपस्थित कर देता है। ऐसा लगता है कि ये सारा इतिहास इसी कीचड़ में लिखा गया है। अर्थात् कीचड़ में छपे चिह्न उस युद्ध की सारी स्थिति का वर्णन कर देते हैं।

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Some More Questions From कीचड़ का काव्य - काका कालेलकर Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
नदी के किनारे कीचड़ कब सुदंर दिखता है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
कीचड़ कहाँ सुदंर लगता है?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
'पंक’ और पंकज शब्द में क्या अतंर है?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
कीचड़ के प्रति किसी को सहानुभूति क्यों नहीं होती?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
ज़मीन ठोस होने पर उस पर किनके पदचिह्न अंकित होते हैं?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
मनुष्य को क्या भान होता जिससे वह कीचड़ का तिरस्कार न करता?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
पहाड़ लुप्त कर देनेवाले कीचड़ की क्या विशेषता है?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
कीचड़ का रंग किन-किन लोगों को खुश करता हैं?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
कीचड़ सूखकर किस प्रकार के दृश्य उपस्थित करता है?

(ख) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों में) लिखिए-
सूखे हुए कीचड़ का सौंदर्य किन स्थानों पर दिखाई देता हैं?