वैज्ञानिक चेतना के वाहक चनद्रशेखर वेंकट रामन - धीरंजन मालवे
‘रामन-प्रभाव’ के पीछे समुंदर के नीले रंग की वजह का सवाल हिलोरें ले रहा था। उन्होंने आगे उसी दिशा में प्रयोग किए जिसकी परिणति ‘रामन्-प्रभाव’ की महत्वपूर्ण खोज के रूप में हुई।
Sponsor Area
Sponsor Area
Sponsor Area