दुःख का अधिकार - यशपाल
(क) 1. छन्नी -ककना-बुढ़िया माँ ने अपने पुत्र को बचाने के लिए छन्नी-ककना तक बेच दिया।
2. अढ़ाई-मास- आज से ठीक अढ़ाई मास बाद हमारी वार्षिक परिक्षाएँ शुरु हो जाएंगी।
3. पास-पड़ोस - मेरे पास-पड़ोस में सभी लोग मिल-जुलकर रहते है।
4. दुअन्नी-चवन्नी - महिला को गरीब जानकर किसी ने उसे दुअन्नी-चवन्नी भी उधार न दी।
5. मुंह अंधेरे-मेरे दादाजी को मुंह अंधेरे उठकर सैर करने की आदत है।
6. झाड़ना-फूँकना - मोहन डॉक्टर के इलाज करने की बजाए ओझा से झाड़ना- फूँकना करवाने में अधिक विशवास रखता है।
(ख) 1. फफक-फफककर-अपने पुत्र की मृत्यु का समाचार सुनते ही बुढ़िया फफक-फफकर रोने लगी।
2. बिलख-बिलखकर-अध्यापिका की डाँट पड़ते ही छात्र बिलख-बिलखकर रोने लगी।
3. तड़प-तड़पकर- साँप से काटे जाने पर भगवाना ने तड़प-तड़पकर प्राण दे दिए।
4. लिपट-लिपटकर- घायल होने के कारण पुत्र पिता से लिपट-लिपटकर रोने लगा।
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