A.
असिंचित भूमि
| (i)
कृषि आधारित मिलों की स्थापना
|
B.
फसलों का कम मूल्य
| (ii)
सहकारी विपणन समिति
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C.
कर्ज भार
| (iii)
सरकार द्वारा खाद्यान्नों की वसूली
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D.
मंदी काल में रोज़गार का अभाव
| (iv)
सरकार द्वारा नहरों का निर्माण
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E.
कटाई के तुरंत बाद स्थानीय व्यापारियों को अपना अनाज बेचने की विवशता
| (v)
कम ब्याज पर बैंकों द्वारा साख उपलब्ध कराना
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