Hi ! Studying late night...
03:01 am

Sponsor Area

Sponsor Area

Question is

निम्नलिखित पद्यांश को पढ़कर उसकी सप्रसंग व्याख्या कीजिये:
बिहसि लखनु बोले मृदु बानी। अहो मुनीसु महाभट मानी।।
पुनि पुनि मोहि देखाव कुठारु। चहत उड़ावन फूँकि पंहारू।।
इहाँ कुम्हड़बतिया कोउ नाहीं। जे तरजनी देखि मीर जाहीं।।
देखि कुठारु सरासन बाना। मैं कछु कहा सहित अभिमाना।।
भृगुसुत समुझि जनेउ बिलोकी। जो कछु कहहु सहौं रिस रोकी।।
सुर महिसुर हरिजन अरु गाई। हमरे कुल इन्ह पर न सुराई।।
बधें पापु अपकीरति हारें। मारतहू पा परिअ तुम्हारें।।
कोटि कुलिस सम बचनु तुम्हारा। व्यर्थ धरहु धनु बान कुठारा।।
     जो बिलोकि अनुचित कहेउँ छमहु महामुनि धीर। 
     सुनि सरोष भृगुबंसमीन बोले गिरा गंभीर।।

लक्ष्मण ने अपने द्वारा मुनि को अनुचित शब्द कहने के बाद उन से क्या मांगा था?

Mock Test Series

Sponsor Area

Sponsor Area

NCERT Book Store

NCERT Sample Papers

Entrance Exams Preparation