For Daily Free Study Material Join wiredfaculty Whatsapp Group | Download Android App | Ncert Book Download
Sponsor Area
निम्नलिखित काव्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए [1*7=7]
कोलाहल हो या सन्नाटो कविता सदा सृजन करती है। जब भी आँसू हुआ पराजित कविता सदा जंग लड़ती है। जब भी कर्ता हुआ अकर्ता कविता ने जीना सिखलाया यात्राएँ जब मौन हो गईं कविता ने चलना सिखलाया जब भी तम का जुल्म बढ़ा है,कविता नया सूर्य गढ़ती है,जब गीतों की फसलें लुटर्ती शीलहरण होता कलियों का,शब्दहीन जब हुई चेतना तब-तब चैन लुटा गलियों का अपने भी ओ गए पेराए यों झूठे अनुबंध हो गए। घर में ही बनवास हो रहा यों गूगें संबंध हो गए।
(क) कविता कैसी परिस्थितियों में सृजन करती है? स्पष्ट कीजिए।(ख) भाव समझाइए ‘जब भी तम का जुल्म बढ़ा है, कविता नया सूर्य गढ़ती है।’(ग) गलियों का चैन कब लुटता है? (घ) “परस्पर संबंधों में दूरियाँ बढ़ने लर्गी’-यह भाव किस पंक्ति में आया है? (ङ) कविता जीना कब सिखाती है?
अथवा
जो बीत गई सो बात गई जीवन में एक सितारा था,माना, वह बेहद प्यारा था,वह डूब गया तो डूब गया। अंबर के आनन को देखो,कितने इसके तारे टूटे,कितने इसके प्यारे छूटे,जो छूट गए फिर कहाँ मिले;पर बोलो टूटे तारों पर,कब अंबर शोक मनाता है?जो बीत गई सो बात गई। जीवन में वह था एक कुसुम,थे उस पर नित्य निछावर तुम,वह सूख गया तो सूख गया;मधुबन की छाती को देखो,सूखी कितनी इसकी कलियाँ,मुरझाई कितनी बल्लरियाँ,जो मुरझाई फिर कहाँ खिल,पर बोलो सूखे फूलों पर,कब मधुबन शोर मचाता है?जो बीत गई तो बात गई।
(क) ‘जो बीत गई सो बात गई’ से क्या तात्पर्य है। स्पष्ट कीजिए।(ख) आकाश की ओर कब देखना चाहिए, और क्यों ? (ग) “सूखे फूल’ और ‘मधुबन’ के प्रतीकार्य स्पष्ट कीजिए।(घ) टूटे तारों का शोक कौन नहीं मनाता है? (ङ) आपके विचार से जीवन में एक सितारा’ किसे माना होगा?