मुल्कों की शांति और समृद्धि क्षेत्रीय आर्थिक संगठनों को बनाने और मजबूत करने पर टिकी है। इस कथन की पुष्टि करें।
- विश्व के विभिन्न मुल्कों की शांति एवं समृद्धि के लिए क्षेत्रीय आर्थिक संगठनों के गठन एवं उनकी सुदृढ़ता आवश्यक है क्योंकि ये क्षेत्रीय आर्थिक संगठन कृषि, उद्योग धंधों, यातायात, व्यापार, आर्थिक संस्थाओं आदि को बढ़ावा देते हैं।
- इन आर्थिक संगठनों के बनने से लोगों को अनेक क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे, जिसके कारण इन देशों में बेरोजगारी कम होगी जो गरीबी को कम करने में एक महत्त्वपूर्ण सहायक तत्व माना जाता है। विशेष रूप में आर्थिक संगठनों के निर्माण से राष्ट्रों में समृद्धि आती है।
- जब लोगों में आर्थिक असमानता की धारणा घर कर जाएगी तो ऐसे में वे संगठन के माध्यम से इस आर्थिक असमानता के ख़िलाफ़ आवाज़ उठाएँगे तथा इसके साथ ही श्रमिकों के शोषण को रोका जाएगा, उनको उचित मज़दूरी मिलने लगेगी, जिसके कारण उनकी क्रय-शक्ति में भी बढ़ोतरी होगी तथा वे सभी अपने परिवार के शिक्षा व स्वास्थ्य के लिए अच्छी सुविधाएँ प्रदान करेंगे।
- प्रत्येक देश अपने व्यापार को बढ़ाने के लिए आर्थिक क्षेत्रीय संगठनों से सहयोग माँगते हैं तथा इसके बदले में उन्हें भी अपने पड़ोसी देशों को इस प्रकार का सहयोग देना होता हैं। प्रत्येक देश चाहता है कि उन्हें अपने उद्योगों के लिए कच्चा माल उपलब्ध हो तथा तैयार माल के भी खरीददार हो। क्षेत्रीय आर्थिक संगठनों के सहयोग से यह कार्य पूरा किया जाता है। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि क्षेत्रीय संगठनों का अंतर्राष्ट्रीय बाजारीकरण के साथ भी गहरा संबंध हैं।
- क्षेत्रीय आर्थिक संगठन विभिन्न देशों में पूंजी निवेश, श्रम गतिशीलता, यातायात सुविधाओं के विस्तार, शिक्षा ऊर्जा उत्पादन में सहायक होता है। यूरोप एशिया और अपने क्षेत्रीय संगठन का प्रत्येक वर्ष शिखर सम्मेलन होता है जिसमें वे विभागीय गतिशील योजनाएं बनाते हैं।