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शारीरिक शिक्षा और खेल (विभिन्न अक्षमताओं एवं विकारों के सन्दर्भ में)

Question
CBSEHHIPEH12036931

विशेष जरूरतों वाले बच्चों के लिए शारीरिक क्रियाओं का निर्धारण करने की रणनितियों की व्याख्या कीजिए।

Solution
  1. डाक्टरी जाँच: शारीरिक क्रियाओं में भाग लेने से पूर्व दिव्यांग की शारीरिक जांच करवा कर उसकी अक्षमता तथा अक्षमता के स्तर की जाँच कर लेनी चाहिए ताकि उसके स्तर के अनुरूप ही शारीरिक क्रियाए उन्हें करवायी जा सके।
  2. पूर्व अनुभव: शारीरिक क्रियाओं के निर्धारण से पूर्व दिव्यांग के पूर्व अनुभव की जानकारी ले लेनी चाहिए ताकि शारीरिक क्रियाओं का चयन उनके लिये उत्तम हो सके।
  3. रूचि: जब शारीरिक क्रियाओं का निर्धारण किया जाए तो दिव्यांग की रूचि का विशेष ध्यान रखना चाहिए ताकि वह इन शारीरिक क्रियाओं में पूर्ण रूप से भाग ले सके।
  4. क्षमता: जब भी शारीरिक क्रियाओं का निर्धारण किया जाये तो दिव्यांग की शारीरिक तथा मानसिक योग्यता को समझ लेनी चाहिए ताकि उसकी क्षमता के अनुरूप शारीरिक क्रियाओं का चयन किया जा सके।
  5. रूपांतरित उपकरण: उपकरणों का रूपांतरण हमेशा दिव्यांग की अक्षमता के स्तर के अनुरूप हो ताकि वह शारीरिक क्रियाओं में भाग ले सके।
  6. उपयुक्त वातावरण: शारीरिक क्रियाओं का निर्धारण करते समय इस बात पर ज़रूर ध्यान देना चाहिए कि वातावरण उन क्रियाओं के अनुरूप है अथवा नहीं। वातावरण में क्रियाओं से संम्बन्धित सभी सुविधाए होनी चाहिए।
  7. रूपांतरित नियम: शारीरिक क्रियाओं का निर्धारण करने से पूर्व उनके नियमों को दिव्यांग की योग्यता के अनुसार रूपांतरित कर लेना चाहिए।
  8. अनुदेश: शारीरिक क्रियाओं के दौरान दिए जाने वाले अनुदेश दिव्यांग की अक्षमता की प्रकृति के अनुरूप हो। उदाहरण के लिये दृष्टि सम्बन्धी दिव्यांग के अनुदेश सुनने वाले होने चाहिए।
  9. साधारण से मुश्किल: शारीरिक क्रियाओं के निर्धारण के समय शुरू में आसान तथा धीरे-धीरे मुश्किल शारिरिक क्रियाओं की ओर बढ़ना चाहिए।
  10. सभी अंगो का उपयोग: शारिरिक क्रियाओं को निर्धारित करते समय अधिकतर सभी अंगों की उनमें भागीदारी होने को पुष्टि कर लेनी चाहिए।
  11. अतिरिक्त देख भाल: शारिरिक क्रियाओं का निर्धारण करते से पूर्व दुर्घटना से बचाने वाले सभी तत्वों की समीक्षा जरूर कर लेनी चाहिए।

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