वायु प्रवाह (पवन) के क्या कारण हैं?
स्थलीय भाग से सौर विकिरणें परावर्तित होती हैं। जिससे उसके ऊपर की वायु गर्म हो जाती है और वे ऊपर की ओर उठती हैं। इसके कारण वहाँ कम दाब का क्षेत्र बन जाता है। चूँकि जल की अपेक्षा स्थल जल्दी गर्म होता है, स्थल के ऊपर के क्षेत्र में हवा का दाब समुद्र की अपेक्षा कम होगा। समुद्र के ऊपर की वायु कम दाब वाले क्षेत्रों की ओर प्रवाहित होती हैं। इस प्रकार एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र तक वायु की गति पवनों का निर्माण करती हैं।