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बल तथा गति के नियम
दो वस्तुएँ, प्रत्येक का द्रव्यमान है, एक ही सीधी रेखा में एक दूसरे के विपरीत दिशा में गति क्र रही हैं। टकराने के पहले प्रत्येक का वेग 2.5ms-1 है। टकराने के बाद यदि दोनों एक दूसरे से जुड़ जाती हैं, तब उनका सम्मिलित वेग क्या होगा?
यहाँ,
वस्तुओं का द्रव्यमान, m1 = m2 = 1.5 kg
टकराने से पहले इनका वेग, u1 = 2.5 ms-1, u2 = -2.5 ms-1
माना की टक्कर के पश्चात दोनों का सम्मिलित वेग V हो जाता है।
टक्कर के पहले दोनों का कुल संवेग = (m1 + m2) v = m1u1 + m2u2
(1.5 + 1.5)v = 1.5 x 2.5 + 1.5 x (-2.5)
3.0 v = 0
So, v = 0 ms-1
तथा टक्कर के बाद दोनों का कुल संवेग = (m1 + m2)V
= (1.5 + 1.5)V = 3V
टक्कर के बाद कुल संवेग = टक्कर से पहले कुल संवेग
अत: टक्कर में दोनों वस्तुओं का सम्मिलित वेग शून्य होगा अर्थात वे विरामावस्था में आ जाएँगी।
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एक गाडी का द्रव्यमान 1500 kg है। यदि गाडी को 1.7 ms-2 के ऋणात्मक त्वरण (अवमंदन) के साथ विरामावस्था में लाना है तो गाडी तथा सड़क के बीच लगने वाला बल कितना होगा?
हम एक लकड़ी के बक्से को 200 N बल लगाकर उसे नियत वेग से फर्श पर धकेलते हैं। बक्से पर लगने वाला घर्षण बल क्या होगा?
गति के तृतीय नियम के अनुसार जब हम किसी वास्तु को धक्का हैं, तो वस्तु उतने ही बल के साथ हमें भी विपरीत दिशा में धक्का देती है। यदि वह वस्तु एक ट्रक है जो सड़क के किनारे खड़ा है; संभवत: हमारे द्वारा बल आरोपित करने पर भी गतिशील नहीं हो पाएगा। एक विद्यार्थी इसे सही साबित करते हुए कहता है कि दोनों बल विपरीत एवं बराबर हैं जो एक-दूसरे का निरस्त कर देते हैं इस तर्क पर अपना विचार दें और बताएँ कि ट्रक गतिशील क्यों नहीं हो पाता।
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