केंद्र A से प्रारंभ हुए, बारी-बारी से केंद्रों A और B को लेते हुए, त्रिज्याओं 0.5 cm, 1.0 cm, 1.5 cm, 2.0 cm, ... वाले उत्तराखर अर्द्धवृत्तों को खींचकर एक सर्पिल बनाया गया है, जैसाकि आकृति में दर्शाया गया है। तेरह क्रमागत अर्द्धवृत्तों से बने इस सर्पिल की कुल लंबाई क्या है? ( लीजिए )
[ संकेत: क्रमश: केंद्रों A, B, A, B, ... वाले अर्द्धवृत्तों की लंबाइयाँ l1, l2, l3, l4 हैं। ]
हम जानते हैं कि
अर्द्धवृत की लंबाई = πr
l1 = π x 0.5 cm
l2 = π x 1.0 cm
l3 = π x 1.5 cm
l4 = π x 2.0 cm इसी तरह
मान चक्राकार स्पिरिंग की कुल लंबाई l है जो कि तेरह अर्द्धवृत्तों से बना है
अत: वृत्ताकार स्पिरिंग की कुल लंबाई जो कि तेरह अर्द्धवृत्तों से बना है = 143 cm