दिये गये पंक्तियों को पढ़कर सभी प्रश्नों का उत्तर दें:
उहाँ राम लछिमनहि निहारी। बोले बचन मनुज अनुसारी।। अर्ध राति गइ कपि नहिं आयउ। राम उठाइ अनुज उर लायऊ।। सकहु न दुखित देखि मोहि काऊ बंधु सदा लव मृदुल सुभाऊ।। मम हित लागि तजेहु पितु माता। सहेहु बिपिन हिम आतप बाता।। सो अनुराग कहाँ अब भाई। उठहू न सुनि मम बच बिकलाई।। जौं जनतेउँ बन बंधु बिछोहू। पितु बचन मनतेउँ नहिं ओहू।।
1. राम क्यों विलाप कर रहे थे? उनकी व्याकुलता क्यों बढ़ गई?
2. मूर्च्छित लक्ष्मण के प्रति राम के वचनों से लक्ष्मण के चरित्र की किन विशेषताओं की जानकारी मिलती है?
3. इसका आशय यह है कि अब वह भाई का प्रेम कहां है?
1. राम इसलिए विलाप कर रहे थे क्योंकि लक्ष्मण मूर्च्छित हो गए थे। उनकी व्याकुलता इसलिए बढ़ गई थी क्योंकि आधी रात बीत चुकी थी, पर हनुमान अभी तक औषधि लेकर नहीं लौटे थे।
2. मूर्च्छित लक्ष्मण के प्रति राम के विलापपूर्ण वचनों से लक्ष्मण के चरित्र की इन विशेषताओं का पता चलता है-लक्ष्मण कभी भी राम को दुखी नहीं देख सकते थे। उनका स्वभाव कोमल था। लक्ष्मण ने उनके साथ रहकर गर्मी, सर्दी तथा तूफान को सहा।
3. आशय स्पष्ट कीजिए – ‘सो अनुराग कहाँ अब भाई।’