एक घोर अंधकारमयी विस्मृति में खो जाने का दंड कवि क्यों पाना चाहता है?
क्योंकि कवि अपनी अतिशय भावुकता और संवेदनशीलता से तंग आ चुका है-वह हर जगह पिघल जाता है-अपनी इस अति कोमलता से छुटकारा पाने के लिए एक ओर अंधकारमयी विस्मृति में खो जाने का दंड पाना चाहता है। कवि का हृदय अपराध-बोध से ग्रसित हो जाता है। वह अपनी प्रिय को विस्मृत करने की भूल का दंड भी प्रिय से ही चाहता है क्योंकि यह उसका अपनी प्रेयसी के निश्छल प्रेम के प्रति विश्वासघात था। वह अपने अपराध का दंड भुगतने के लिए घोर अंधकारमयी विस्मृति में खो जाना चाहता है। उसकी आत्मा और संकल्प शक्ति भी बहुत कमजोर हो चुकी है।