कवि को अपनी प्रिय से संवेदनाओं के धरातल पर क्या कुछ मिला?
कवि को अपने प्रिय से संवेदनाओं के धरातल पर प्रेयसी का प्रेम गहन अनुभव, वैचारिक संपन्नता, दृढ़ता, हृदय की भाव-सरिता आदि चीजें मिलीं। कवि अपने जीवन की हर परिस्थिति को प्रिय की संवेदना का ही प्रतिफल मानता है। कवि का कहना है कि उसमें ‘जो कुछ भी जागत है’ वह सब प्रिय की संवेदना के कारण है।