‘पतंग’ कविता में कवि ने क्या बात कहनी चाही है?
अथवा
‘पतंग’ कविता का प्रतिपाद्य क्या है?
‘पतंग’ एक लंबी कविता है। इसके तीसरे भाग को पाठ्यपुस्तक में शामिल किया गया है। पतंग के बहाने कवि ने बाल सुलभ इच्छाओं एवं उमंगों का सुंदर चित्रण किया है। बाल क्रियाकलापों एवं प्रकृति में आए परिवर्तनों को अभिव्यक्त करने के लिए सुंदर बिंबों का उपयोग किया गया है। पतंग बच्चों की उमंगों का रंग-बिरंगा सपना है। आसमान में उड़ती पतंग ऊँचाइयों की वे हदें हैं, जिन्हें बालमन छूना चाहता है और उसके पार जाना चाहता है।