(क) डाली से डाली पर पहुँचा,
देखी कलियाँ देखे फूल।
(ख) खाने-गाने के सब साथी,
देख रहे हैं मेरी बाट।
(ग) कच्चे-पक्के फल पहचाने,
खाए और गिराए काट।
(घ) उस तरु से इस तरु पर आता,
जाता हूँ धरती की ओर।
(क) चुरुंगुन पेड़ की एक डाली से दूसरी डाली पर गया। उसने डाली पर लगी कलियाँ और फूल देखे।
(ख) चुरुंगुन के साथ खाने और खेलने वाले सभी साथी, उसका इंतजार कर रहे हैं।
(ग) चुरुंगुन ने कच्चे और पक्के फलों में अंतर करना सीख लिया है और वह सब पहचानने लगा है। उसने उनमें से कुछ को खाया है और कुछ को काटकर गिरा भी दिया है।
(घ) चुरुंगुन एक वृक्ष से दूसरे वृक्ष पर आता-जाता रहता है। वह धरती की ओर भी जाने लगा है।