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शुक्रतारे के सामान - स्वामी आनंद

Question
CBSEENHN9000658

(ग) निम्मलिखित का आश्य स्पष्ट कीजिए-
इस पेशे में आमतौर पर स्याह को सफ़ेद और सफ़ेद को स्याह करना होता था

Solution
आशय-प्रस्तुत पंक्ति का आशय यह है कि जब महादेव भाई और उनके जिगरी दोस्त नरहरि भाई ने एक साथ वकालत की पढ़ाई की थी तब दोनों ने पढ़ाई खतम होते ही अहमदाबाद में वकालत शुरू की। लेखक का यह मत है कि वकालत के पेशे में स्याह को सफ़ेद अर्थात् काले कारनामों को भी उत्तम करार दे दिया जाता है तथा जो सही है उसे भी दलीलों के माध्यम से गलत सिद्ध कर दिया जाता है इस व्यवसाय में कई बार वकील अपना दिमाग लगाकर सबूतों और दलीलों के बल पर गलत को सही और सही को गलत सिद्ध कर देते हैं किन्तु महादेव भाई ने हमेशा उचित और सही कार्य किए।

Some More Questions From शुक्रतारे के सामान - स्वामी आनंद Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
गांधीजी से मिलने से पहले महादेव भाई कहाँ नौकरी करते थे?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
महादेव भाई के झोलों में क्या भरा रहता था?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
महादेव भाई ने गांधीजी की कौन-सी प्रसिद्ध पुस्तक का अनुवाद किया था?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
अहमदाबाद से कौन-से दो साप्ताहिक पत्र निकलते थे?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
महादेव भाई दिन में कितनी देर काम करते थे?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
महादेव भाई से गांधीजी की निकटता किस वाक्य से सिद्ध होती है?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25- 30) शब्दों में लिखिए-
गांधीजी ने महादेव को अपना वारिस कब कहा था?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25- 30) शब्दों में लिखिए-
गांधीजी से मिलने आनेवाले के लिए महादेव भाई क्या करते थे?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25- 30) शब्दों में लिखिए-
महादेव भाई की साहित्यिक देन क्या है?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25- 30) शब्दों में लिखिए-
महादेव भाई की अकाल मृत्यु का कारण क्या था?