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एवेरेस्ट : मेरी शिखर की यात्रा - बचेंद्री पाल

Question
CBSEENHN9000488

(ग) निन्नलिखित के आशय स्पष्ट कीजिए:
बिना उठे ही मैने अपने थैले से दुर्गा माँ का चित्र और हनुमान चालीसा निकाला। मैने इनको अपने साथ लाए लाल कपड़े में लपेटा, छोटी-सी पूजा-अर्चना की और इनको बर्फ़ में दबा दिया? आनदं के इस क्षण में मुझे अपने माता-पिता का ध्यान आया।

Solution
आशय-लेखिका एवरेस्ट शंकु की चोटी पर पहुँचने वाली प्रथम महिला थी। वह अपने साहस और हिम्मत से अपनी निर्धारित मंजिल तक पहुँच गई थी। वहाँ दो व्यक्तियों का इकट्‌ठे खड़े होना असंभव था। बर्फ़ के फावड़े से खुदाई करके उन्होंने अपने आपको सुरक्षित कर लिया। घुटनों के बल बैठकर सागरमाथा के ताज को चूम लिया। पूजा-अर्चना करते हुए लाल कपड़े में दुर्गा माँ का चित्र और हनुमान चालीसा लपेटी। बर्फ़ में उसे दबाया व माता-पिता का स्मरण करने लगी। यह लेखिका के लिए अत्यन्त गौरव का क्षण था। उन्हें आज भी एवरेस्ट पर चढ़ने वाली प्रथम भारतीय महिला के रूप में पहचाना जाता है।

Some More Questions From एवेरेस्ट : मेरी शिखर की यात्रा - बचेंद्री पाल Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
रसोई सहायक की मृत्यु कैसे हुई?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
कैंप-चार कहाँ और कब लगाया गया?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
लेखिका ने शेरपा कुली को अपना परिचय किस तरह दिया?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
लेखिका की सफलता पर कर्नल खुल्लर ने उसे किन शब्दों में बधाई दी?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
नज़दीक से एवरेस्ट को देखकर लेखिका को कैसा लगा?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
डॉ. मीनू मेहता ने क्या जानकारियाँ दीं?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
 तेनजिंग ने लेखिका की तारीफ़ में क्या कहा?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लेखिका को किनके साथ चढ़ाई करनी थी?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लोपसांग ने तंबू का रास्ता कैसे साफ़ किया?

(क) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
साउथ पोल कैंप पहुँचकर लेखिका ने अगले दिन की महत्वपूर्ण चढ़ाई की तैयारी कैसे शुरु की?