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दुःख का अधिकार - यशपाल

Question
CBSEENHN9000455

निम्नलिखित वाक्य सरंचनाओं को ध्यान से पढ़िए और इस प्रकार के कुछ और वाक्य बनाइए:
(क) 1. लड़के सुबह उठते ही भूख से बिलबिलाने लगे।
      2. उसके लिए तो बजाज की दुकान से कपड़ा ल्राना ही होगा।
      3. चाहे उसके लिए माँ के हाथों के छन्नी-ककना ही क्यों न बिक जाएँ।

(ख)  1. अरे जैसी नीयत होती है, अल्ला भी वैसी ही बरकत देता है।
       2. भगवाना जो एक दफे चुप हुआ तो फिर न बोला।

Solution

(क) 1. रमेश विद्यालय से आते ही पेट दर्द से बिलबिलाने लगा।
2. बच्चे को चुप कराने के लिए बाज़ार से खिलौना लाना ही होगा।
3. गरीबी के कारण मोहन के घर की छन्नी-ककन तक बिक गए।
(ख) 1. अरे जो जैसे बोता है, वैसा ही काटता है।
2. कविता जो एक बार यहाँ आई तो फिर नहीं गई।

Some More Questions From दुःख का अधिकार - यशपाल Chapter

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
उस स्त्री को देखकर लेखक को कैसा लगा?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
उस स्त्री के लड़के की मृत्यु का कारण क्या था?

निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में लिखिए-
बुढ़िया को कोई भी क्यों उधार नहीं देता?

निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
(क) 
मुनुष्य के जीवन में पोशाक का क्या महत्व है?

निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
पोशाक हमारे लिए कब बंधन और अड़चन बन जाती है?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लेखक उस स्त्री के रोने का कारण क्यों नहीं जान पाया?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
भगवाना अपने परिवार का निर्वाह कैसे करता था?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
लड़के की मृत्यु के दूसरे ही दिन बुढ़िया खरबूज़े बेचने क्यों चल पड़ी?

(क) निन्नलिखित प्रशनों के उत्तर (25-30 शब्दों में) लिखिए-
बुढ़िया के दु:ख को देखकर लेखक को अपने पड़ोस की सभ्रांत महिला की याद क्यों आई?

(ख) निम्नलिखित प्रशनों के उत्तर (50-60 शब्दों मे) लिखिए:
बाज़ार के लोग खरबूज़े बेचनेवाली स्त्री के बारे में क्या-क्या कह रहे थे? अपने शब्दों में लिखिए।