Question
गवरइया के स्वभाव से यह प्रमाणित होता है कि कार्य की सफलता के लिए उत्साह आवश्यक है। सफलता के लिए उत्साह की आवश्यकता क्यों पड़ती है, तर्क सहित लिखिए।
Solution
इस बात को झुठलाया नहीं जा सकता कि गवरइया का उत्साह ही था कि वह एक के बाद एक धुनिए, कोरी, बुनकर व दर्जी के पास जाकर अपनी टोपी सिलवाने में कामयाब हो गई जबकि गवरे को यह विश्वास न था कि वह टोपी बनवा लेगी। उसका उत्साह ही उसे सफलता की ओर ले गया।
हम भी यदि किसी कार्य को उत्साह के साथ पूरा करना चाहें तो सफलता अवश्य प्राप्त करेंगे। चाह के साथ उत्साह ही मनुष्य को आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है।