Question
नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
गवरइया ने फिर से टोपी पहन ली और उड़-उड़कर कहने लगी, “यह राजा तो डरपोक है। निरा डरपोक! मुझसे डर गया। तभी तो इसने मेरी टोपी लौटा दी।”
“कौन इस मुँहफट के मुँह लगे? क्यों मंत्री जी!” कहकर राजा ने अपनी टोपी कसकर पकड़ ली।
गवरइया उड़-उड़ कर क्या कह रही थी?
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राजा राजा बनने के लायक नहीं है।
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राजा अपने राज्य के प्रति वफादार नहीं है।
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राजा डरपोक है उसने मुझसे डर कर मेरी टोपी वापिस कर दी।
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राजा को राजपाट चलाना आता नहीं है।
Solution
C.
राजा डरपोक है उसने मुझसे डर कर मेरी टोपी वापिस कर दी।