Question
नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
'राजा ताे वाकई अकबका गया था। एक तो तमाम कारीगरों ने उसकी मदद की थी। दूसरे, इस टोपी के सामने अपनी टोपी की कमसूरती। तीसरे, खजाने की खुलती पोल। इस पाखी को कैसे पता चला कि धन घट गया है? तमाम बेगार करवाने, बहुत सख्ती से लगान वसूलने के बावजूद राजा का खजाना खाली ही रहता था। इतना ऐशोआसम, इतनी लशकरी, इतने लवाजिमे का बोझ खजाना संभाले भी तो कैसे!'
राजा की हालत कैसी हो गई?
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राजा की हालत ‘काटी तो खून नहीं’ वाली हो गई।
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राजा की परेशानी का अंत न था।
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राजा इतना निढाल हो गया कि कुछ बोल ही न पाया।
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अपने सिपाहियों के समक्ष शर्मिंदा हो गया।
राजा की हालत ‘काटी तो खून नहीं’ वाली हो गई।
Solution
A.
राजा की हालत ‘काटी तो खून नहीं’ वाली हो गई।