Question
नीचे लिखे काव्यांशों को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
कै वह टूटी-सी छानी हती, कहाँ कंचन के अब धाम सुहावत।
कै पग में पनही न हती, कहाँ लै गजराजहु ठाढ़े महावत।।
भूमि कठोर पै रात कटै, कहाँ कोमल सज पै नींद न आवत।।
कै जुरतो नहिं कोदो सवाँ, प्रभु के परताप ते दाख न भावत।।
सुदामा ने अपनी झोपड़ी में क्या बदलाव देखा?
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झोपड़ी बड़ी हो गई।
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स्वर्ण-महल में बदल गई।
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उसकी दशा देखने योग्य न थी।
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जीर्ण-शीर्ण हो गई।
Solution
B.
स्वर्ण-महल में बदल गई।