Question
नीचे लिखे काव्यांशों को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
वह पुलकनि, वह उठि मिलनि, वह आदर की बात।
वह पठवनि गोपाल की, कछू न जानी जात।।
घर-घर कर ओड़त फिरे, तनक दही के काज।
कहा भयो जो अब भयो, हरि को राज-समाज।
हौं आवत नाहीं हुतौ, वाही पठयो ठेलि।।
अब कहिहौं समुझाय कै, बहु धन धरी सकेलि।।
अंत में सुदामा ने अपने हदय को संतोष कैसे दिया?
-
अपनी मुश्किलों का सामना स्वयं करना पड़ता है।
-
जीवन में कभी किसी से उम्मीद नहीं लगानी चाहिए।
-
घर-घर जाकर दही मांगने वाला कृष्ण विपुल धन संपत्ति होने पर किसी को कुछ दे नहीं सकता।
-
अपना हाथ जगन्नाथ।
Solution
C.
घर-घर जाकर दही मांगने वाला कृष्ण विपुल धन संपत्ति होने पर किसी को कुछ दे नहीं सकता।