Question
निम्नलिखित पद्यांशों को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
हम भिखमंगों की दुनिया में,
स्वच्छंद लुटाकर प्यार चले,
हम एक निसानी-सी उर पर,
ले असफलता का भार चले।
अब अपना और पराया क्या?
आबाद रहें रुकनेवाले!
हम स्वयं बँधे थे और स्वयं
हम अपने बंधन तोड़ चले।
दुनिया को भिखमंगा क्यों कहा गया है?
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क्योंकि वे कुछ देने में असमर्थ हैं।
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क्योंकि वे केवल लेना जानते हैं?
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क्योंकि वे बलिदानी वीरों का यशगान करके उनका हौंसला बढ़ाने में असमर्थ हैं।
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इनमें से कोई नहीं।
Solution
C.
क्योंकि वे बलिदानी वीरों का यशगान करके उनका हौंसला बढ़ाने में असमर्थ हैं।