Question
लेखक के मन में बस के हिस्सेदार साहब के लिए श्रद्धा के भाव क्यों आए?
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क्योकि वह लोगों का हित चाहता था।
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क्योंकि वह केवल अपने लाभ हेतु बस चला रहा था। लोगों की जान की परवाह उसे नहीं थी।
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क्योंकि वह जानता नहीं था कि बस खराब है।
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क्योंकि वह बस की दशा के लिए व लोगों की परेशानी हेतु पछता रहा था।
Solution
B.
क्योंकि वह केवल अपने लाभ हेतु बस चला रहा था। लोगों की जान की परवाह उसे नहीं थी।