Question
नीचे लिखे गद्यांश को पढ़िए और पूछे गए प्रश्नों के उत्तर दीजिए-
गाँव में मेरा दोपहर का समय अधिकतर बदलू के पास बीतता। वह मुझे ‘लला’ कहा करता और मेरे पहुंचते ही मेरे लिए तुरंत एक मचिया मँगा देता। मैं घंटों बैठे-बैठे उसे इस प्रकार चूडियाँ बनाते देखता रहता। लगभग सेज ही वह चार-छह जोड़े चूड़ियाँ बनाता। पूरा जोड़ा बना लेने पर वह उसे बेलन पर चढ़ाकर कुछ क्षण चुपचाप देखता रहता मानो वह बेलन न होकर किसी नव-वधू की कलाई हो।
बदलू को सजा बेलन नववधू की कलाई की भाँति क्यों लगता था?
-
क्योंकि वे चूडियाँ रंगबिरंगी होती थीं।
-
क्योंकि वे चूड़ियाँ ‘सुहाग का जोड़ा’ होती थी।
-
क्योंकि बेलन पर चढ़ी-चूड़ियाँ नववधू की कलाई की भाँति खिली हुई सुंदर लगती थी।
-
इनमें से कोई नहीं।
Solution
C.
क्योंकि बेलन पर चढ़ी-चूड़ियाँ नववधू की कलाई की भाँति खिली हुई सुंदर लगती थी।