हमारे अतीत Iii भाग 1 Chapter 2 व्यापार से साम्राज्य तक
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    NCERT Solution For Class 8 सामाजिक विज्ञान हमारे अतीत Iii भाग 1

    व्यापार से साम्राज्य तक Here is the CBSE सामाजिक विज्ञान Chapter 2 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 सामाजिक विज्ञान व्यापार से साम्राज्य तक Chapter 2 NCERT Solutions for Class 8 सामाजिक विज्ञान व्यापार से साम्राज्य तक Chapter 2 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 सामाजिक विज्ञान.

    Question 1
    CBSEHHISSH8008135

    निम्नलिखित के जोड़े बनाएँ

    A. दीवानी  (i) टीपू सुल्तान
    B. "शेर-ए-मैसूर"  (ii) भूराजस्व वसूल करने का अधिकार
    C. फ़ोजदारी अदालत (iii) सिपॉय
    D. रानी चेन्नम्मा (iv) भारत का पहला गवर्नर-जनरल
    E. सिपाही (v) फ़ोजदारी अदालत
    F. वॉरेन हेस्टिंग्स (vi) कित्तूर में अंग्रेज़ -विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया   

    Solution

    A.

    दीवानी 

    (i)

    भूराजस्व वसूल करने का अधिकार

    B.

    "शेर-ए-मैसूर" 

    (ii)

    टीपू सुल्तान

    C.

    फ़ोजदारी अदालत

    (iii)

    फ़ोजदारी अदालत

    D.

    रानी चेन्नम्मा

    (iv)

    कित्तूर में अंग्रेज़ -विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया   

    E.

    सिपाही

    (v)

    सिपॉय

    F.

    वॉरेन हेस्टिंग्स

    (vi)

    भारत का पहला गवर्नर-जनरल

    Question 4
    CBSEHHISSH8008138
    Question 10
    CBSEHHISSH8008144

    यूरोपीय व्यापारिक कंपनियाँ भारत की तरफ क्यों आकर्षित हो रही थी?

    Solution

    यूरोपीय कम्पनियों ने भारत के साथ व्यापार में आपार संभावनाएँ देखीं:
    (क) भारत में निर्मित अच्छे गुणों के कपास और रेशम का यूरोप में बड़ा बाजार था।
    (ख) भारतीय मसालें जैसे कि काली मिर्च, लौंग, इलायची और दालचीनी काफी मांग में थी।

    Question 11
    CBSEHHISSH8008145

    बंगाल के नवाबों और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच किन बातों पर विवाद थे?  

    Solution

    बंगाल के नवाबों और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच निम्नलिखित बातों पर विवाद थे -
    1. (क) बंगाल नवाबों ने अपनी शक्ति और स्वायत्तता पर जोर दिया और नवाबों ने कंपनी को छूट देने से मना कर दिया था।
    (ख) उन्होंने कंपनी को व्यापारिक अधिकार देने के लिए बहुत अधिक धनराशि की माँग की।
     
    (ग) उन्होंने कंपनी को सिक्का ढालने का अधिकार देने से मना कर दिया तथा किलाबंदी का विस्तार करने से रोक दिया।
    (घ) नवाबों ने कंपनी पर धोखा देने, सरकार को भारी मात्रा में राजस्व से वंचित करने, कर अदा नही करने के साथ साथ अनादरणीय पत्र लिखने का आरोप लगाया।
    2. दूसरी तरफ कंपनी ने भी नवाबों पर निम्नलिखित आरोप लगाए-
    (क) नवाब के स्थानीय अधिकारियों की अनुचित माँग कंपनी के व्यापार को नष्ट कर रहे थे।
    (ख) कंपनी को अत्यधिक चुंगी कर देना पड़ रहा था।
    (ग) कंपनी को अपनी आबादी बढ़ाने तथा कीलों के पुनःनिर्माण की अनुमति नहीं थी।

    Question 12
    CBSEHHISSH8008146

    दीवानी मिलने से ईस्ट इंडिया कंपनी को किस तरह फायदा पहुँचा?

    Solution

    दीवानी मिलने से ईस्ट इंडिया कंपनी को निम्नलिखित रूप में फायदा पहुँचा-
    (क) दीवानी मिलने के कारण कंपनी को बंगाल के विशाल राजस्व संसाधनों पर नियंत्रण मिल गया। 
    (ख) इसने पूर्व में होने वाली कंपनी की बड़ी समस्या का समाधान किया।
    (ग) भारत में चीज़ों को खरदीने के लिए ब्रिटेन को अब सोना-चाँदी नहीं माँगना पड़ता था।
    (घ) बंगाल से प्रपात राजस्व में कंपनी अब भारत में सूती और रेशमी कपड़ा खरीद सकती थी, अपनी फ़ौजों को सँभाल सकती थी और कलकत्ता में किले और दफ्तर के निर्माण की लागत उठा सकती थी।

    Question 13
    CBSEHHISSH8008147

    ईस्ट इंडिया कंपनी टीपू सुल्तान को खतरा क्यों मानती थी?

    Solution

    ईस्ट इंडिया कंपनी निम्नलिखित कारणों से टीपू सुल्तान को खतरा मानती थी-
    (i) मालाबार तट पर होने वाला व्यापार मैसूर रियासत के नियंत्रण में था जहाँ से कंपनी काली मिर्च और इलाइची खरीदती थी।
    (ii) टीपू सुल्तान से अपनी रियासत में पड़ने वाली बंदरगाहों से चन्दन की लकड़ी, काली मिर्च और इलाइची का निर्यात रोक दिया था।
    (iii) टीपू का फ़्रांसिसी व्यापारियों से घनिष्ठ सम्बन्ध था जिसने सेना के आधुनिककरण में उसकी मदद की थी।

    Question 14
    CBSEHHISSH8008148

    'सब्सिडियरी एलायन्स'  (सहायक संधि) व्यवस्था की व्याख्या करें।

    Solution

    (i) भारतीय शाशकों को अपना स्वतंत्र सैन्य बल रखने की इजाजत नही थी।
    (ii) इन शासकों की सुरक्षा का भार कंपनी पर था किन्तु इसके लिए शासकों को शुल्क देना पड़ता था। 
    (iii) यदि भारतीय शासक समय पर शुल्क अदा नहीं कर पाते थे तो दंड के रूप में शुल्क के बराबर के राजस्व वाला क्षेत्र शासक से छीन लिया जाता था।

    Question 15
    CBSEHHISSH8008149

    कंपनी की सेना की सरंचना में आए बदलावों का वर्णन करें।

    Solution

    (i) कंपनी ने पैदल एवं सवार सिपाहियों की जगह पेशेवर सैनिकों की भली की।
    (ii) इन सैनिकों को यूरोपीय शैली में नई युद्ध तकनीक का प्रशिक्षण दिया गया। 
    (iii) इन सैनिकों को आधुनिक हथियारों जैसे मस्कट तथा माचलौक, आदि से लैस किया गया।
    (iv) सैनिकों को तेजी से यूरोपीय शैली के प्रशिक्षण, ड्रिल और अनुशासन के अधीन किया गया जो पहले से कहीं ज्यादा जीवन को नियंत्रित करता था।

    Question 16
    CBSEHHISSH8008392

    कंपनी का शासन भारतीय राजाओं के शासन से किस तरह अलग था?

    Solution

    (i) हालाँकि भारतीय राजाओं ने भी अपने राज्य का प्रशासनिक तथा राजस्व विभाजन विभिन्न इकाइयों में कर रखा था किन्तु ये इकाइयाँ ब्रिटिश प्रशासनिक एवं राजस्व इकाइयों की तरह प्रभावी नहीं थीं। अंग्रेज़ों ने प्रेसीडेंसी के रूप में एक नई प्रशासनिक इकाई बनाया जिसका मुखिया गवर्नर होता था।
    (ii) अंग्रेज़ों द्वारा पुलिस तथा राजस्व व्यवस्था में काफी सुधार किए गए थे।
    (iii) भारतीय राजाओं के तहत न्यायिक व्यवस्था प्रभावी नहीं थीं। एक ही अदालत द्वारा दीवानी तथा फौजदारी दोनों तरह के मुकदमे सुने जाते थे। अंग्रेज़ों ने एक आधुनिक एवं विकसित न्यायिक व्यवस्था की स्थापना की। उन्होंने सर्वोच्च न्यायालय की स्थापना की। प्रत्येक जिले में अलग-अलग दीवानी तथा फौजदारी अदालतों की स्थापना की गई।

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