स्पर्श भाग २ Chapter 2 पद
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    NCERT Solution For Class 10 Hindi स्पर्श भाग २

    पद Here is the CBSE Hindi Chapter 2 for Class 10 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 10 Hindi पद Chapter 2 NCERT Solutions for Class 10 Hindi पद Chapter 2 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 10 Hindi.

    Question 1
    CBSEENHN10002364

    निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर दीजिए:
    पहले पद में मीरा ने हरि से अपनी पीड़ा हरने की विनती किस प्रकार की है?

    Solution
    मीरा ने हरी से अपनी पीड़ा हरने की विनती करते हुए अनेक भक्तों के उदहारण दिए हैं जिनकी श्रीकृष्ण ने संकट के समय रक्षा की एवं उनके दुखों को दूर किया वह कहती हैं कि- हे प्रभु! जिस प्रकार आपने द्रोपदी का वस्त्र बढ़ाकर भरी सभा में उसकी लाज रखी,  प्रह्लाद को को बचाने के लिए जिस प्रकार नरसिंह का रुप धारण करके हिरण्यकश्यप को मारा था।मगरमच्छ ने जब हाथी को अपने मुँह में ले लिया तो उसे बचाया और पीड़ा भी हरी। हे प्रभु! इसी तरह मैं भी पीड़ित हूँ , मेरी भी पीड़ा हरो।
    Question 2
    CBSEENHN10002365

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
    दूसरे पद में मीराबाई श्याम की चाकरी क्यों करना चाहती हैं? स्पष्ट कीजिए।

    Solution
    मीरा को कुछ भी अच्छा नहीं लगता। मीरा का हृदय सदा कृष्ण के पास रहना चाहता है। उसे पाने के लिए इतना अधीर है कि वह उनकी सेविका बनना चाहती हैं।इसी कारण वह श्याम की चाकर बनकर रहना चाहती हैं जिससे हर समय अपने प्रिये को निहार सके, दर्शन कर सके और उनके निकट रह सके।  
    Question 3
    CBSEENHN10002366

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
    मीराबाई ने श्रीकृष्ण के रुप-सौंदर्य का वर्णन कैसे किया है?

    Solution

    मीरा ने कृष्ण के रुप-सौंदर्य का वर्णन करते हुए कहा है कि उनके सिर पर मोर मुकुट तथा शरीर पर पिले वस्त्र सुशोभित हो रहे हैं और गले में वैजंती फूलों की माला पहनी है, मुरली की मधुर तान से सबको मोहित करते हुए वे गायें चराते हैं और बहुत सुंदर लगते हैं।

    Question 4
    CBSEENHN10002367

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
    मीराबाई की भाषा शैली पर प्रकाश डालिए।

    Solution

    मीराबाई की भाषा सरल, सहज और आम बोलचाल की भाषा है, जिसमे राजस्थानी, ब्रज और गुजराती का प्रयोग दिखाई देता है। पदावली कोमल, भावानुकूल व प्रवाहमयी है, पदों में भक्तिरस है तथा अनुप्रास, दृष्टांत, पुनरुक्ति प्रकाश, रुपक आदि अलंकारो का सहज प्रयोग दिखाई देता हैं। सभी पद गेयात्मक हैं, लय युक्त एवं तुकांत हैं। प्रत्येक पद भक्ति की पराकाष्ठा को प्रदर्शित करता है।

    Question 5
    CBSEENHN10002368

    निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए:
    वे श्रीकृष्ण को पाने के लिए क्या-क्या कार्य करने को तैयार हैं?

    Solution
    मीरा कृष्ण को पाने के लिए अनेकों कार्य करने को तैयार हैं। कुसुम्बी रंग की साड़ी पहनकर आधी रात को कृष्ण से मिलकर उनके दर्शन करना चाहती हैं। वृंदावन की गलियों में उनकी लीलाओं का गुणगान करना चाहती हैं, ऊँचे-ऊँचे महलों में खिड़कियाँ बनवाना चाहती हैं ताकि आसानी से कृष्ण के दर्शन कर सकें। 
    Question 6
    CBSEENHN10002369

    निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
    हरि आप हरो जन री भीर।
    द्रोपदी री लाज राखी, आप बढ़ायो चीर।
    भगत कारण रुप नरहरि, धर्यो आप सरीर।

    Solution

    इस पद में मीरा ने कृष्ण के भक्तों पर कृपा दृष्टि रखने वाले रुप का वर्णन किया है। वे कहती हैं - 'हे हरि ! जिस प्रकार आपने अपने भक्तजनों की पीड़ा हरी है, मेरी भी पीड़ा उसी प्रकार दूर करो। जिस प्रकार द्रोपदी का चीर बढ़ाकर, प्रह्लाद के लिए नरसिंह रुप धारण कर आपने रक्षा की, उसी प्रकार मेरी भी रक्षा करो।' इसकी भाषा ब्रज मिश्रित राजस्थानी है। 'र' ध्वनि का बारबार प्रयोग हुआ है तथा 'हरि' शब्द में श्लेष अलंकार है।

    Question 7
    CBSEENHN10002370

    निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
    बूढ़तो गजराज राख्यो, काटी कुण्जर पीर।
    दासी मीराँ लाल गिरधर, हरो म्हारी भीर।

    Solution
    इन पंक्तियों में मीरा ने कृष्ण से अपने दुख दूर करने की प्रार्थना की है। हे भक्त वत्सल जैसे - डूबते गजराज को बचाया और उसकी रक्षा की वैसे ही आपकी दासी मीरा प्रार्थना करती है कि उसकी पीड़ा दूर करो। ब्रज भाषा मिश्रित राजस्थानी भाषा का प्रयोग किया गया है। 'काटी कुण्जर' में अनुप्रास अलंकार है, भाषा सरल तथा सहज है। संपूर्ण पद में दृष्टांत अलंकार का प्रयोग दृष्टव्य है।
    Question 8
    CBSEENHN10002371

    निम्नलिखित पंक्तियों का काव्य-सौंदर्य स्पष्ट कीजिए-
    चाकरी में दरसण पास्यूँ, सुमरण पास्यूँ खरची।
    भाव भगती जागीरी पास्यूँ, तीनूं बाताँ सरसी।

    Solution
    इसमें दास्य भाव दर्शाया गया है। भगवन के दर्शन की प्यासी मीरा सेविका बनकर ही उनके दर्शन पाना चाहती हैं। इसमें मीरा कृष्ण की चाकरी करने के लिए तैयार है क्योंकि इससे वह उनके दर्शन, नाम, स्मरण और भावभक्ति पा सकती है। राजस्थानी  और ब्रज भाषा का मिश्रित रूप हैं। अनुप्रास अलंकार, रुपक अलंकार और कुछ तुकांत शब्दों का प्रयोग भी किया गया है।
    Question 9
    CBSEENHN10002372

    उदाहरण के आधार पर पाठ में आए निम्नलिखित शब्दों के प्रचलित रुप लिखिए-
    उदाहरण − भीर − पीड़ा/कष्ट/दुख; री − की
    चीर ............... बूढ़ता ...............
    धर्यो ............... लगास्यूँ ...............
    कुण्जर ............... घणा ...............
    बिन्दरावन ............... सरसी ...............
    रहस्यूँ ............... हिवड़ा ...............
    राखो ............... कुसुम्बी ...............

    Solution

    चीर - वस्त्र              बूढ़ता - डूबना
    धर्यो - धारण            लगास्यूँ - लगाना
    कुण्जर - हाथी           घणा  - बहुत
    बिन्दरावन - वृंदावन     सरसी - हर्ष
    रहस्यूँ - रहूँ             हिवड़ा - हृदय
    राखो - रखना           कुसुम्बी - लाल (केसरिया)

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