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निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए -
तताँरा-वामीरो कहाँ की कथा है?
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए -
वामीरो अपना गाना क्यों भूल गई?
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए -
तताँरा ने वामीरो से क्या याचना की?
तताँरा वामीरो के रूप और मधुर आवाज़ से सम्मोहित हो गया था। गाँव की रीति की परवाह किए बिना उसने अगले दिन फिर लपाती गाँव की उसी समुद्री चट्टान पर आने की याचना की।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
तताँरा और वामीरो के गाँव की क्या रीति थी?
तताँरा और वामीरो के गाँव की रीति थी कि विवाह के लिए लड़का-लड़की का एक ही गाँव का होना आवश्यक था। विवाह संबंध बाहर के किसी गाँव वाले से नहीं हो सकता था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए-
क्रोध में तताँरा ने क्या किया?
क्रोध में तताँरा का हाथ कमर पर लटकी तलवार पर चला गया और उसने तलवार निकाल कर ज़मीन में गाड़ दी और उसकी सारी शक्ति लगाकर खींचने लगा जिससे धरती में दरार पड़ गई और वह दो टुकड़ों में बँट गई।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मत था?
तताँरा की तलवार लकड़ी की थी और हर समय तताँरा की कमर पर बँधी रहती थी। वह इसका प्रयोग सबके सामने नहीं करता था। लोगों का मानना था कि उसमे अद्भुत दैवीय शक्ति थी। वास्तव में वह तलवार एक विलक्षण रहस्य थी। वह तलवार साधारण होते हुए भी असाधरण थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
वामीरों ने तताँरा को बेरूखी से क्या जवाब दिया?
वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से जवाब दिया कि वह कौन है, उसे क्यों घूर रहा है और उसके इस तरह असंगत प्रश्नों के उत्तर वह क्यों दे? वह अपने गाँव के अतिरिक्त किसी अन्य युवक के प्रश्नों के उत्तर देने के लिए बाध्य नहीं है और यह बात वह भी जानता है।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?
तताँरा-वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार की सदियों से चल रही रुढ़िवादी परम्परा में परिवर्तन आया। उन दोनों की मृत्यु के पश्चात् गाँव वाले दूसरे गाँववालों से भी वैवाहिक सम्बन्धों को स्थापित करने लगे।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (25-30 शब्दों में) दीजिए-
निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?
तताँरा एक नेक, मददगार युवक था। वह सदैव दूसरों की सहायता करने के लिए तत्पर रहता था। अपने नहीं बल्कि समूचे द्वीपवासियों की सेवा करना चाहता था। जहाँ कहीं भी मुसीबत आती वह दौड़ा-दौड़ा चला जाता था। वह नेक ईमानदार और साहसी था। निकोबार के लोग तताँरा को उसके आत्मीय स्वभाव के कारण पसन्द करते थे
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?
तताँरा दिनभर के अथक परिश्रम करने के बाद समुंद्र किनारे टहलने निकलता है। उस समय सूरज डूबने का समय हो रहा था। समुंद्र से ठंडी बाहरे चल रही थी। पक्षियों के घोसलों में लौटने का समय भी हो चला था इसलिए उनकी आवाजें धीरे-धीरे कम हो गई थीं। सूरज की अंतिम किरणें समुंद्र पर प्रतिबिम्ब अंकित कर रही थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
तताँरा दिनभर खूब परिश्रम करने के बाद समुद्र के किनारे टहलने निकल गया। शाम का समय था और समुद्र से ठंडी हवाएँ आ रही थी। पक्षियों के घोसलों में लौटने का समय भी हो चला था तथा पक्षियों की चहचहाट धीरे-धीरे कम हो रही थी। डुबते हुए सूरज़ की किरणें समुद्र के पानी पर पड़कर सतरंगी छटा बिखेर रही थी। समुद्र का पानी बहते हुए आवाज़ कर रहा था मानो कोई गीत गा रहा हो। पूरा वातावरण बहुत मोहक लग रहा था।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?
वामीरो के मिलने के पश्चात् तताँरा हर-समय वामीरो के ही ख्याल में ही खोया रहता था। वह अपनी सुधबुध खो बैठा। उसके लिए वामीरो के बिना एक पल भी गुजारना कठिन-सा हो गया था। वह शाम होने से पहले ही लपाती की उसी समुद्री चट्टान पर जा बैठता, जहाँ वह वामीरो के आने की प्रतीक्षा किया करता था।
प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति-प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?
प्राचीन काल में हष्ट पुष्ट पशुओं के साथ शक्ति प्रदर्शन किए जाते थे। लड़ाकू साँडों, शेर, पहलवानों की कुश्ती, तलवार बाजी जैसे शक्ति प्रदर्शन के कार्यक्रम होते थे। तीतर, बटेर की लड़ाई, पंतगबाजी, पैठे लगाना जिसमें विशिष्ठ सामग्रियाँ बिकती। खाने पीने की दुकाने, जानवरों की नुमाइश, ये सभी मनोरंजन के आयोजन होते थे। इस तरह के आयोजनों में सभी गाँववाले भाग लेते थे और गीत-संगीत के साथ भोजन आदि की भी व्यवस्था की जाती थी।
निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर (50-60 शब्दों में) दीजिए-
रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है। क्यों? स्पष्ट कीजिए।
रूढ़ियाँ और बंधन समाज को अनुशासित करने के लिए बनते हैं परन्तु जब इन्हीं के द्वारा मनुष्य की भावना आहत होने लगे, बंधन बनने लगे और बोझ लगने लगे तो उसका टूट जाना ही अच्छा होता है। इस कहानी के सन्दर्भ में देखा जाए तो तांतरा-वामीरो का विवाह एक रूढ़ि के कारण नही हो सकता था जिसके कारण उन्हें जान देनी पड़ती है। बंधनों में जकड़कर व्यक्ति और समाज का विकास, सुख-आनंद, अभिव्यक्ति आदि रुक जाती है। यदि हमें आगे बढ़ना है तो इन रुढ़िवादी विचारधाराओं को तोड़ना ही होगा।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ठ कीजिये-
जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा।
तताँरा-वामीरो को पता लग गया था कि उनका विवाह नहीं हो सकता था। फिर भी वे मिलते रहे। एक बार पशु पर्व मे वामीरो तताँरा से मिलकर रोने लगी। इस पर उसकी माँ ने क्रोध किया और तताँरा को अपमानित किया। तताँरा को भी क्रोध आने लगा। अपने अपमान को शांत करने के लिए उसने अपनी पूरी ताकत लगाकर धरती में अपनी तलवार घोंप दी। जिसके परिणास्वरूप धरती दो टुकड़ों में बँट गई।
निम्नलिखित के आशय स्पष्ठ कीजिये-
बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।
इस पंक्ति के जरिए तताँरा के मन की उधेड़बुन को दर्शाया गया है। तताँरा ने वामीरो से मिलने के लिए कहा और वह शाम के समय उसकी प्रतीक्षा भी कर रहा था। जैसे-जैसे सूरज डूब रहा था, उसको वामीरो के न आने की आशंका होने लगती। जिस प्रकार सूर्य की किरणें समुद्र की लहरों में कभी दिखती तो कभी छिप जाती थी, उसी तरह तताँरा के मन में भी उम्मीद बनती और डूबने लगती थी।
निम्नलिखित वाक्यों के सामने दिए कोष्ठक में ( √ ) का चिन्ह लगाकर बताएँ कि वह वाक्य किस प्रकार का है-
(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ग) वामीरो की माँ क्रोध में उफन उठी। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(घ) क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ङ) वाह! कितना सुंदर नाम है। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूँगा। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(क) विधानवाचक
(ख) प्रश्नवाचक
(ग) विधानवाचक
(घ) प्रश्नवाचक
(ङ) विस्मयादिबोधक
(च) विधानवाचक
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निम्नलिखित वाक्यों के सामने दिए कोष्ठक में ( √ ) का चिन्ह लगाकर बताएँ कि वह वाक्य किस प्रकार का है -
(क) निकोबारी उसे बेहद प्रेम करते थे। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ख) तुमने एकाएक इतना मधुर गाना अधूरा क्यों छोड़ दिया? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ग) वामीरो की माँ क्रोध में उफन उठी। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(घ) क्या तुम्हें गाँव का नियम नहीं मालूम? (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(ङ) वाह! कितना सुंदर नाम है। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(च) मैं तुम्हारा रास्ता छोड़ दूँगा। (प्रश्नवाचक, विधानवाचक, निषेधात्मक, विस्मयादिबोधक)
(क) विधानवाचक
(ख) प्रश्नवाचक
(ग) विधानवाचक
(घ) प्रश्नवाचक
(ङ) विस्मयादिबोधक
(च) विधानवाचक
निम्नलिखित मुहावरों का अपने वाक्यों में प्रयोग कीजिए −
(क) सुध-बुध खोना
(ख) बाट जोहना
(ग) खूशी का ठिकाना न रहना
(घ) आग बबूला होना
(ङ) आवाज़ उठाना
(क) सुध-बुध खोना - लता दीदी के गानों ने तो मेरी सुध-बुध ही भुला दी।
(ख) बाट जोहना - विदेश में गए अपने बेटे की माता-पिता बड़ी ही बेसब्री से बाट जो रहे थे।
(ग) खुशी का ठिकाना न रहना - आई. ए. एस. की परीक्षा में उत्तीर्ण होने पर मोहन का खुशी का ठिकाना न रहा।
(घ) आग बबूला होना - शैतान बच्चों को देखकर अध्यापक आग बबूला हो गए।
(ङ) आवाज़ उठाना - अन्याय के खिलाफ़ आवाज उठानी चाहिए।
नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए -
शब्द मूल शब्द प्रत्यय
चर्चित ............ ..............
साहसिक ............ ..............
छटपटाहट ............ ...............
शब्दहीन ............. ...............
नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए -
शब्द मूल शब्द प्रत्यय
चर्चित चर्चा इत
साहसिक साहस इक
छटपटाहट छटपट हट
शब्दहीन शब्द हीन
नीचे दिए गए शब्दों में से मूल शब्द और प्रत्यय अलग करके लिखिए−
------------------ + आकर्षक = ------------------
------------------ + ज्ञात = ------------------
------------------ + कोमल = ------------------
------------------ + होश = ------------------
------------------ + घटना = ------------------
अन + आकर्षक = अनाकर्षक
अ + ज्ञात = अज्ञात
सु + कोमल = सुकोमल
बे + होश = बेहोश
दुर् + घटना = दुर्घटना
जीवन में पहली बार ऐसा हुआ कि मैं विचलित हुआ हूँ।
फ़िर तेज कदमों से चलती हुई तताँरा के सामने आई और ठिठक गई।
वामीरो कुछ सचेत होने पर घर की तरफ़ दौड़ी।
उसने तताँरा को देखा और फूटकर रोने लगी।
रीति के अनुसार यह आवश्यक था कि दोनों एक ही गाँव के हों।
नीचे दिए गए शब्दों के विलोम शब्द लिखिए −
भय, मधुर, सभ्य, मूक, तरल, उपस्थिति, सुखद।
भय - अभय
मधुर - कर्कश
सभ्य - असभ्य
मूक - वाचाल
तरल - ठोस
उपस्थिति - अनुपस्थिति
दुखद - सुखद
नीचे दिए गए शब्दों के दो-दो पर्यायवाची शब्द लिखिए −
समुद्र, आँख, दिन, अँधेरा, मुक्त।
समुद्र - सागर, जलधि
आँख - नेत्र, चक्षु
दिन - दिवस, वासर
अँधेरा- तम, अंधकार
मुक्त - आज़ाद, स्वतंत्र
नीचे दिए गए शब्दों का वाक्यों में प्रयोग कीजिए −
किंकर्तव्यविमूढ़, विह्वल, भयाकुल, याचक, आकंठ।
किंकर्तव्यविमूढ़ − अब ऐसे किंकर्तव्यविमूढ न खड़े रहो, जाओ जाकर काम करो।
विह्वल − उन अनाथ बच्चों की दशा देखकर मैं भाव विह्वल हो उठी।
भयाकुल − वह अकेले अंधेरे घर में भयाकुल हो गया।
याचक − दरवाज़े पर एक याचक खड़ा था।
आकंठ − भक्त अपने गुरु के सत्संग में आकंठ डूब चूके थे।
'किसी तरह आँचरहित एक ठंडा और ऊबाऊ दिन गुजरने लगा ' वाक्य में दिन के लिए किन-किन विशेषणों का प्रयोग किया गया है? आप दिन के लिए कोई तीन विशेषण और सुझाइए।
वाक्य में दिन के लिए आँचरहित - एक - ठंडा और ऊबाऊ
विशेषणों का प्रयोग किया गया है।
दिन के लिए कुछ और विशेषण -
1) बर्फीला
2) उष्णता रहित
3) बड़ा
4) लंबा
5) नीरस
6) उमस भरा
1) तुम यह क्या कह रहे हो?
2) सीता है कि बोलते ही जा रही है।
3) राम कुछ भी मत बको।
4) वाह! क्या खूब तुमने तो उसकी बोलती ही बंद कर दी।
5) इस कथन का तात्पर्य क्या है?
6) सभी उसकी वाकपटुता के कायल हो चूके थे।
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