Bharat Ki Khoj Chapter 5 नयी समस्याएँ
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    NCERT Solution For Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj

    नयी समस्याएँ Here is the CBSE Hindi Chapter 5 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 Hindi नयी समस्याएँ Chapter 5 NCERT Solutions for Class 8 Hindi नयी समस्याएँ Chapter 5 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 Hindi.

    Question 1
    CBSEENHN8001660

     भारत में किन-किन विदेशी जातियों ने अपने पाँव पसारने चाहे?

    Solution
    सम्राट हर्षवर्धन के शासन के पश्चात् अरबी, तुर्की व अफगानी जातियों ने भारत में आगमन किया।
    Question 2
    CBSEENHN8001661

    अरब भारत में सिंध से आगे क्यों न बढ़ सके?

    Solution
    अरब जातियाँ जब भी भारत पर राजनीतिक सत्ता हेतु आक्रमण करतीं तो भारतीय डटकर मुँह तोड़ जवाब देते इसीलिए ये आगे न बढ़ पाई।
    Question 3
    CBSEENHN8001663

    सिंध किस प्रकार अलग राज्य बना?

    Solution
    सिंध ने बगदाद की केंद्रीय सत्ता से अलग होकर एक छोटा-सा स्वतंत्र राज्य कायम किया।
    Question 4
    CBSEENHN8001664

     भारत और अरब के आपसी संबंध किस प्रकार उत्तम हए?

    Solution
    भारत और अरव में यात्रियों का आना-जाना शुरू हुआ, राजदूतावासों की अदला-बदली हुई, गणित और खगोल-शास्त्र की पुस्तकों का अरबी में अनुवाद हुआ, भारतीय चिकित्सक भी बगदाद गए। इस व्यापारिक व सांस्कृतिक आदान-प्रदान में उत्तर भारत के साथ-साथ दक्षिण भारत का भी पूर्ण सहयोग रहा। दक्षिण भारत के राष्ट्रकूटों ने पश्चिमी तट से भी उनके साथ व्यापार किया। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि भारत के अरब के साथ संबंध उत्तम रहे।
    Question 5
    CBSEENHN8001667

    भारत में इस्लाम का आगमन कैसे हुआ?

    Solution
    अरब से संबंध अच्छे होने पर धीरे-धीरे धर्म प्रचारक भी भारत आए। उनका सहदयता से स्वागत किया गया। भारत में बिना किसी धार्मिक झगड़े के कई मसजिदों का निर्माण हुआ। इसका शासन ने भी विरोध न किया। इस प्रकार भारत में मुस्लिम राजनीति सत्ता से पूर्व धार्मिक रूप में इस्लाम ने आगमन किया।
    Question 10
    CBSEENHN8001675

    महमूद गज़नवी कौन था? उसने भारत पर आक्रमण कब किया?

    Solution
    महमूद गज़नवी अफगानिस्तान का सुल्तान था। उसने ई. 1000 के आस-पास भारत पर आक्रमण किया।
    Question 11
    CBSEENHN8001676

     महमूद ज़नवी ने भारत पर आक्रमण क्यों किए?

    Solution
    महमूद गज़नवी ने भारत पर कब्ज़ा करने व इसकी धन-संपदा लूटने हेतु भारत पर आक्रमण किए।
    Question 12
    CBSEENHN8001677

    महमूद गज़नवी ने भारत के किन क्षेत्रों को प्रभावित किया?

    Solution
    महमूद गज़नवी ने भारत के उत्तरी क्षेत्रों को ही प्रभावित किया।
    Question 13
    CBSEENHN8001678

    महमूद गज़नवी की मृत्यु कब हुई?

    Solution
    महमूद गज़नवी की मृत्यु 1030 ई. में हुई।
    Question 14
    CBSEENHN8001680

    महमूद गज़नवी के बाद भारत पर किसका आक्रमण हुआ?

    Solution
    महमूद गज़नवी के बाद 160 वर्षों के बाद शाहबुद्दीन गौरी नामक अफ़गान ने पृथ्वीराज चौहान के समय आक्रमण किया लेकिन हार गया। लेकिन 1192 में फिर से शक्ति पाकर वह दिल्ली के तख्त पर बैठा।
    Question 15
    CBSEENHN8001682

    शाहबुद्दीन गौरी दक्षिण पर कब्ज़ा क्यों नहीं कर पाया?

    Solution
    दक्षिण के चोल शासक इतने शक्तिशाली थे कि उन्होंने शाहबुद्दीन को आगे बढ़ने न दिया। इसलिए वह केवल उत्तर भारत पर ही कब्ज़ा कर सका।
    Question 16
    CBSEENHN8001683

    अफगानिस्तान भारत का हिस्सा कैसे बना?

    Solution
    बारहवीं शताब्दी में जो अफ़गान भारत में आए वे हिंद-आर्य जाति के लोग थे: भारत की जनता से उनका निकट का संबंध था। इसीलिए भारतीय जल्दी ही उनसे घुल-मिल गए और अफगानिस्तान भारत का हिस्सा बन गया।
    Question 17
    CBSEENHN8001684

    चौदहवीं शताब्दी में किसी बर्बर शासक ने भारत पर आक्रमण किया? हसका क्या परिणाम हुआ?

    Solution

    चौदहवीं शताब्दी में बर्बर शासक तैमूर ने भारत पर उत्तर की ओर से आक्रमण कर दिल्ली को पूरी तरह से ध्वंस कर डाला। पूरी दिल्ली मुर्दां का शहर बन गई। इसके पश्चात् दिल्ली भारतीय साम्राज्य की राजधानी न रही।

    इसका परिणाम यह निकला कि उत्तर भारत की व्यवस्था व शक्ति क्षीण होती चली गई और दक्षिण के राज्य शक्तिशाली हो गए। बहमनी और विजयनगर दो बड़े राज्य उभर कर आए।

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    Question 18
    CBSEENHN8001686

    भारत में मुगल साम्राज्य की नींव कब और किसके द्वारा रखी गई?

    Solution
    भारत में मुगल साम्राज्य की नींव 1526 ई. में तुर्क-मंगोल बाबर द्वारा रखी गई।
    Question 26
    CBSEENHN8001698

     मुगल विदेशी होते हुए भी भारतीय ढाँचे में कैसे समा गए?

    Solution
    मुगल विदेशी होते हुए भी भारतीय ढाँचे में समा गए क्योंकि जै। भी मुगल व उनके साथ आन वाले अफगान थे। उनके परिवारों का भारतीयकरण हो गया, अर्थात् वे भारतीय विचारधारा में दल गए। वे भारत को अपना देश व भारत के बाहर के देशों को विदेश मानने लगे।
    Question 27
    CBSEENHN8001700

     हिंदू-मुस्लिम एक होकर रहे, कैसे पता चलता है?

    Solution
    यह कहना गलत नहीं कि हिंदू-मुस्लिम विचारधारा एक होने लगी थी, क्योंकि इन दोनों के मध्य वैवाहिक संबंध कायम होने लगे थे।
    Question 28
    CBSEENHN8001701

    इस काल में किस-किस क्षेत्र में विकास व समन्वय हुआ?

    Solution
    इस काल में कुशल प्रशासन, यातायात के साधनों, वास्तुकला की नई शैलियों, खाना-पहनना, संगीत एवं जनभाषाओं का अत्यधिक विकास व समन्वय हुआ।
    Question 29
    CBSEENHN8001703

    इस काल में कौन-सी कुरीति उभरी?

    Solution
    इस काल में परदा प्रथा की कुरीति उभरी जो मुगलकाल की देन थी।
    Question 30
    CBSEENHN8001704

    भारत का दक्षिण भाग हिंदू रूढ़िवादिता का गढ़ क्यों बना?

    Solution
    भारत मैं जितनी भी विदेशी जातियों ने आक्रमण किया वे उत्तर-भारत की ओर से आई। इसीलिए उत्तर-भारत नई-नई विचारधाराओं से प्रभावित रहा। जिसका प्रभाव दक्षिण पर कम पड़ा। जो पुरानी आर्य संस्कृति को मानने वाले लोग थे वे दक्षिण की ओर खिसक गए। इसी कारण दक्षिण हिंदू रूढ़िवादिता का केंद्र बन गया।
    Question 31
    CBSEENHN8001707

    पंद्रहवीं शताब्दी में कौन-कौन से समाज सुधारक हुए?

    Solution
    पंद्रहवीं शताब्दी में दक्षिण में रामानंद व उनके शिष्य कबीर हुए। जिन्होंने अपने पदों व साखियों के द्वारा लोगों को धार्मिक बंधनों व रूढ़िवादिता से दूर करने का प्रयत्न किया। इनके काव्य की भाषा बोलचाल की भाषा थी जो आम आदमी भी आसानी से समझ सके। उत्तर में गुरुनानक ने अपने विचारों से लोगों को सही मार्ग पर लाने का प्रयास किया। आज भी कबीर व नानक के उपदेश मनुष्य के जीवन में सार्थक सिद्ध होते हैं।
    Question 32
    CBSEENHN8001708

     अमीर खुसरो की प्रसिद्धि का क्या कारण था?

    Solution

    अमीर खुसरो प्राचीन लेखकों की श्रेणी में अपना प्रमुख नाम रखते हैं। वे लेखक होने के साथ-साथ उच्च-कोटि के कवि, संस्कृत के महाज्ञाता एवं संगीतकार भी थे। उन्होंने तंत्री वाद्य यंत्र का आविष्कार भी किया। उन्होंने अपने काव्य व लेखन में धर्म, दर्शन, तर्कशास्त्र, भाषा और व्याकरण, संगीत, गणित, विज्ञान, रीति-रिवाज, रहन-सहन, ऋतुओं व जीवन के

    विभिन्न पहलुओं पर बल दिया। उनके द्वारा रचित गीत व पहेलियाँ आज वर्तमान में भी लोकप्रिय हैं। इस प्रसिद्धि का कारण उनके द्वारा प्रयुक्त बोलचाल की भाषा है।

    Question 37
    CBSEENHN8001727

    बाबर कौन था?

    Solution
    भारत में मुगल शासन की नींव रखने वाला ‘बाबर’ था। उसने भारत पर चार वर्ष तक शासन किया।
    Question 38
    CBSEENHN8001728

    अकबर ने कब और किसके बाद भारतीय शासन की डोर सँभाली?

    Solution
    अकबर ने 1531 में बाबर के पश्चात् मुगल सत्ता की डोर सँभाली।
    Question 39
    CBSEENHN8001729

    अकबर का उदेश्य क्या था?

    Solution
    अकबर भारत का एक सफल शासक रहा। लोग उसे अत्यधिक पसंद करते थे। उसका उद्देश्य था ‘अखंड भारत’ की स्थापना करना जहाँ राजनीतिक अखंडता के अलावा लोगों में आपसी संबंध हो।

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    Question 40
    CBSEENHN8001730

    अकबर ने कैसे धर्म की नींव रखी?

    Solution
    अकबर सभी धर्मों में बराबर विश्वास रखता था। वह भारत में धार्मिक एकता कायम करना चाहता था। इसीलिए उसने सभी धर्मों की अच्छी बातों का समन्वय कर ‘दीन-ए-इलाही’ धर्म की स्थापना की।
    Question 41
    CBSEENHN8001731

    अकबर के व्यक्तित्व की विशेषताएँ क्या थीं?

    Solution
    अकबर बहादुर, साहसी, वीर, योग्य सेनानायक, विनम्र, दयालु, आदर्शवादी व कुशल प्रशासक था।
    Question 42
    CBSEENHN8001732

    अकबर द्धारा स्थापित शासन व्यवस्था की क्या विशेषता थी?

    Solution
    अकबर द्वारा स्थापित शासन व्यवस्था की यह विशेषता थी कि वह केवल मुसलमानों हेतु न होकर पूरे भारत-वासियों के लिए थी। जैसे भारत की अपनी ही शासन व्यवस्था हो।
    Question 47
    CBSEENHN8001737

    अकबर के बारे में पुर्तगाली विद्वान जेसुइट का क्या कहना है? अपने शब्दों में लिखिए।

    Solution
    अकबर के बारे में पुर्तगाली विद्वान जेसुइट का कहना है कि अकबर की दिलचस्पी बहुत-सी बातों मैं थी और वह सबके बारे में जानकारी हासिल करना चाहता था। उसे सैनिक व राजनीतिक मामलों का पूत ज्ञान तो था ही साथ ही यात्रिक कलाओं का भी। न जाने उसकी जिज्ञासा केवल एक ही बिंदु पर क्यों स्रुकई? वह कैवल इस्लाम के साथ राष्ट्रीय धर्म और लोगों के रीति-रिवाजों का मेल करवाकर राष्ट्रीय एकता कायम करना चाहता था। अपनी इसी इच्छा में ही वह अधिक व्यस्त रहा।
    Question 48
    CBSEENHN8001738

    अकबर की शासन सत्ता की क्या विशेषता रही?

    Solution
    अकबर ने जो शासन सत्ता कायम की वह इतनी मजबूत थी कि दुर्बल उत्तराधिकारियों के बावजूद वह सौ वर्षों तक कायम रही।
    Question 49
    CBSEENHN8001739

    एशिया और यूरोप में मुगल बादशाहों का यश क्यों फैला?

    Solution
    एशिया और यूरोप में मुगल बादशाहों का यश फैला क्योंकि उनकी वास्तुकला का मुकाबला कोई नहीं कर सकता था। इस काल में अत्यधिक सुंदर इमारतें कायम हुई जो दक्षिण के मदिरों से भिन्न थीं। आगरा का ताजमहल तो वर्तमान में भी अपना विशेष महत्त्व रखता है।
    Question 50
    CBSEENHN8001740

     भारत में किन-किन सामाजिक बुराइयों ने ज़ोर पकड़ा हुआ था?

    Solution
    भारत में जात-पाँत, अछूत प्रथा व सभी जातियों की अलग-अलग रहने की प्रवृत्ति आदि सामाजिक बुराइयों ने जोर पकड़ा हुआ था।
    Question 51
    CBSEENHN8001741

    हिंदू-मुसलमानों के आपसी समन्वय से भारत की सामाजिक स्थिति पर क्या प्रभाव पड़ा?

    Solution

    हिंदू-मुसलमानों के आपसी समन्वय से दोनों की आदतें, रहन-सहन का ढंग, कलात्मक रुचियाँ एक सी हो गई। व्यापार उद्योग भी एक से ही हो गए। हिंदू मुसलमानों को भारत का ही अंग समझने लगे। एक-दूसरे के त्योहारों व जलसों में भी शरीक होते थे। एक ही भाषा बोलते थे क्योंकि इस समय बोलचाल की भाषा में हिंदी व फारसी (उर्दू) के शब्द मिले-जुले हो गए थे। दोनों की आर्थिक समस्याएँ भी समान थीं।

    इतना सब होने पर भी आपसी वैवाहिक संबंध बहुत कम थे। खान-पान भी अलग-अलग तरह से था।

    Question 52
    CBSEENHN8001742

    मुगल शासन-काल के वो प्रमुख हिंदी कवियों के नाम बताइए।

    Solution
    मुगल शासन-काल के दो प्रमुख हिंदी कवि थे-मलिक मोहम्मद जायसी एवं अब्दुल रहीम खानखाना।
    Question 53
    CBSEENHN8001743

    ‘अमुल रहीम खानखाना’ की प्रसिद्धि का क्या कारण था?

    Solution
    ’अछूत रहीम खानखाना’ अकबर दरबार के अमीरों। में से थे। ये अरबी, फारसी व संस्कृत तीनों भाषाओं के ज्ञाता थे। हिंदी कविताओं में भी ऊँचा स्तर रखते थे। उनके लिखे दोहे वर्तमान में भी ख्याति पाते हैं। उनकी सबसे बड़ी विशेषता यह थी कि वे स्वतंत्र-भाव से लिखते थे। मेवाड़ का राणा प्रताप जो सदा अकबर के खिलाफ़ रहे, उन्होंने मुगल साम्राज्य के समक्ष कभी हथियार न डाले, रहीम ने उनकी प्रशंसा में भी लिखा।
    Question 60
    CBSEENHN8001750

    औरंगज़ेब अपने पूर्वजों से किस प्रकार भिन्न था?

    Solution
    औरंगज़ेब के पूर्वजों ने हिंदुओं को अपना बनाया। भारत में हिंदू-मुस्लिम प्रशासन की नींव रखी। जबकि औरंगज़ेब ने अपने पूर्वजों के कार्यों पर पानी फेर दिया। वह धर्मांध एवं कठोर अनैतिकतावादी था। कला व साहित्य से उसे प्रेम न था। उसने हिंदुओं पर जजिया-कर लगा उन्हें अपने विरुद्ध कर लिया। हिंदू मंदिरों को तुड़वा डाला, जो भारतीयों के लिए असहनीय था। उसके शासन-काल में भारतीय मुसलमानों के विरुद्ध हो गए।
    Question 61
    CBSEENHN8001751

    जजिया-कर क्या था?

    Solution
    जजिया-कर वह कर था जो औरंगज़ेब ने हिंदुओं पर धार्मिक कार्यों हेतु लगाया।
    Question 62
    CBSEENHN8001752

    औरंगज़ेब की नीतियों का क्या परिणाम निकला?

    Solution
    औरंगज़ेब की गलत नीतियों से उत्तर में सिक्स और पश्चिम के मराठे उसके खिलाफ हो गए। किसानों का बड़ा भाग व आम जनता का गरीब वर्ग जो सतनामियों के नाम से जाना जाता था पूर्णतया उसके विरुद्ध था।
    Question 63
    CBSEENHN8001753

    मराठों के सेनानायक कौन थे?

    Solution
    मराठों के सेनानायक छत्रपति वीर शिवाजी थे।
    Question 64
    CBSEENHN8001754

    शिवाजी किस पद्धति से युद्ध करते थे?

    Solution
    शिवाजी छापामार पद्धति से युद्ध करते थे।
    Question 65
    CBSEENHN8001755

    वारेन हेस्टिंग ने मराठों के बारे में क्या लिखा?

    Solution
    वारेन हेस्टिंग जो अंग्रेज़ी विद्वान था, ने मराठों के बारे में लिखा, ‘‘हिंदोस्तान और दक्खिन के तमाम लोगों में से केवल मराठों के मन में राष्ट्रप्रेम की भावना है, जिसकी गहरी छाप राष्ट्र के हर व्यक्ति के मन पर है।’’
    Question 66
    CBSEENHN8001756

    मुगलों का आर्थिक ढाँचा कैसे चरमराया?

    Solution
    जब किसानों और गरीब सतनामियों के वर्ग ने बार-बार मुगल साम्राज्य का विरोध किया तो मुगलों का आर्थिक ढाँचा चरमराने लगा।
    Question 67
    CBSEENHN8001757

    कैसे कहा जा सकता है कि मराठे अत्यधिक शक्ति पा चुके थे?

    Solution
    सन् 1680 ई. में मराठा सरदार शिवाजी का देहांत हो गया लेकिन मराठा शक्ति तब तक बढ़ती गई जब तक भारत पर उसका प्रभुत्व नहीं हो गया। इस प्रकार हम कह सकते हैं कि इस समय मराठे अत्यधिक शक्ति पा चुके थे।
    Question 68
    CBSEENHN8001758

    चौथ-कर क्यों और किनके द्वारा लगाया गया?

    Solution
    चौथ-कर शिवाजी द्वारा अमीरों पर लगाया गया, जिसमें उन्हें अपनी आमदनी का चौथा भाग कर के रूप में जमा करवाना पड़ता था ताकि सैनिक कार्यों हेतु धन एकत्रित हो सके।
    Question 76
    CBSEENHN8001766

    औरंगज़ेब की मृत्यु के पश्चात् भारत के दावेदार कौन-कौन थे?

    Solution
    औरंगज़ेब की मृत्यु के बाद भारतीयों में मराठे, हैदरअली और उसका बेटा टीपू सुल्तान और विदेशियों में फ्रांसीसी और अंग्रेज़ थे।
    Question 77
    CBSEENHN8001767

    नादिरशाह कौन था? उसने दिल्ली पर आक्रमण क्यों किया? इसका मुख्य क्या परिणाम निकला?

    Solution
    नादिरशाह ईरान का शासक था। उसने दिल्ली पर आक्रमण दिल्ली को लूटने के लिए किया। उसने दिल्ली की बेशुमार धन-दौलत लूटकर, दिल्ली के शासकों को अत्यधिक कमजोर बना दिया।
    Question 78
    CBSEENHN8001768

    नादिरशाह के हमले के क्या परिणाम निकले?

    Solution

    नादिरशाह के हमले के निम्न परिणाम निकले-

    (i) मराठों का शक्ति पाना-दिल्ली के शासकों कै कमजोर होते ही मराठे शक्ति पकड़ गए। वै पंजाब तक फैल गए

    (ii) मुगल शासकों की सत्ता का अंत-नादिरशाह ने दिल्ली को इतना लूटा कि मुगल तौ पूर्णतया समाप्त ही हो गए।

    (iii) अफगानिस्तान से भारत का अलग होना-अफगानिस्तान जो काफी लंबे समय से भारत का हिस्सा था वह कटकर नादिरशाह के राज्य का हिस्सा बन गया।

    Question 79
    CBSEENHN8001769

    अंग्रेज़ों के हाथ में भारतीय सत्ता कैसे आ गई?

    Solution

    सर्वप्रथम क्लाइव ने सन् 1757 में बंगाल का प्लासी का युद्ध जीत लिया, जिससे पूरा बंगाल और बिहार अंग्रेज़ों के हाथ आ गए। दक्षिण में फ्रांसीसियों से युद्ध कर के वे जीत गए। 1799 में मैसूर कै टीपू सुल्तान को अंग्रेज़ों ने पराजित किया।

    तत्पश्चात् मराठा सरदारों के मध्य वैर भाव होने के कारण उन्हैं एक-एक करके हराया। सन् 1804 में अंग्रेज़ मराठों से बुरी तरह हार भी गए लेकिन सन् 1818 तक आते-आते पूरी शक्ति सँभाल बैठे। कुछ भारत को तो अंग्रेज़ों ने जीत लिया था व कुछ शासक उनके अधीन हो गए थे।

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    Question 83
    CBSEENHN8001773

     पंजाब के शासक रणजीत सिंह के शासन काल की क्या विशेषता थी?

    Solution
    पंजाब के शासक रणजीत सिंह जाट सिख  थे। उनका शासन मानवीय भावनाओं पर आधारित था। उनके राज्य की सीमा पंजाब के साथ-साथ कश्मीर और सरहदी सूबे तक थी। वे खून-खराबा पसंद नहीं करते थे इसलिए उन्होंने अपने शासनकाल में मौत की सज़ा बंद कर दी। युद्ध में बलिदान देने की बात अलग थी, वैसे किसी की जान नहीं ली जाती थी।
    Question 84
    CBSEENHN8001774

    जय सिंह के व्यक्तित्व की क्या विशेषताएँ थीं?

    Solution
    जय सिंह एक बहादुर योद्धा, कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर, अवसरवादी, गणितज्ञ, खगोल विज्ञानी व नगर-निर्माण करने वाला था। वह इतिहास के अध्ययन में भी रुचि रखता था।।
    Question 85
    CBSEENHN8001775

    जय सिंह ने किस राज्य का निर्माण करवाया उसकी क्या विशेषता थी?

    Solution
    जय सिंह ने जयपुर राज्य का निर्माण करवाया। इस राज्य की यह विशेषता थी कि इसका निर्माण विदेशी नक्शों के आधार पर किया गया था।
    Question 90
    CBSEENHN8001780

    ईस्ट इंडिया कंपनी भारत कब आई?

    Solution
    ईस्ट इंडिया कंपनी भारत सन् 1600 में आई।
    Question 91
    CBSEENHN8001781

    शासन सत्ता संभालने पर कंपनी ने क्या किया?

    Solution
    शासन सत्ता संभालने पर कंपनी का उद्देश्य केवल धन कमाना था। उन्होंने भारतीय माल यूरोप की मंडियों में बेचा। उन्होंने भारत में भी कल-कारखाने खोलकर भारतीय अर्थतंत्र का नाश किया व अपने फायदे हेतु कार्य किए।
    Question 92
    CBSEENHN8001782

     विद्वान एडम स्मिथ ने ईस्ट इंडिया कंपनी के लिए क्या लिखा?

    Solution
    विद्वान एडम स्मिथ ने अपनी पुस्तक ‘द वैल्थ ऑफ नेशंस’ में लिखा-‘एकमात्र व्यापारियों की कंपनी की सरकार किसी भी देश के लिए सबसे बुरी सरकार है।’
    Question 93
    CBSEENHN8001783

    इस समय इंग्लैंड किन वो रूपों में विभाजित था?

    Solution
    इस समय इंग्लैंड भी दो रूपों में विभाजित था एक ओर तो शेक्सपीयर और मिल्टन वाला, शालीन बातों, लेखन और बहादुरी के कारनामों वाला, राजनीतिक क्रांति और स्वाधीनता हेतु संघर्ष करने वाला, विज्ञान और तकनीक में प्रगति करने वाला इंग्लैंड था। दूसरी ओर बर्बर दंड संहिता, नृशंस व्यवहार वाला, सामंतवाद और प्रतिक्रियावाद से घिरा इंग्लैंड था। अर्थात् एक ओर साहित्य व सामाजिक उन्नति वाला व दूसरी ओर संघर्षमय जीवन जीने वाला इंग्लैंड था लेकिन ये दोनों निरंतर साथ-साथ चल रहे थे।
    Question 94
    CBSEENHN8001784

    यदि भारत पर इंग्लैंड का प्रभुत्व कायम न होता तो भारत की स्थिति क्या होती?

    Solution
    यदि भारत पर अंग्रेज़ों का प्रभुत्व कायम न होता तो भारत अधिक स्वतंत्र, समृद्ध व प्रत्येक क्षेत्र में प्रगति करने वाला होता।

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