Bharat Ki Khoj Chapter 4 युगों का दौर
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    NCERT Solution For Class 8 Hindi Bharat Ki Khoj

    युगों का दौर Here is the CBSE Hindi Chapter 4 for Class 8 students. Summary and detailed explanation of the lesson, including the definitions of difficult words. All of the exercises and questions and answers from the lesson's back end have been completed. NCERT Solutions for Class 8 Hindi युगों का दौर Chapter 4 NCERT Solutions for Class 8 Hindi युगों का दौर Chapter 4 The following is a summary in Hindi and English for the academic year 2021-2022. You can save these solutions to your computer or use the Class 8 Hindi.

    Question 1
    CBSEENHN8001456

    मौर्य साम्राज्य के पश्चात् सत्ता किनके हाथों में आई?

    Solution
    मौर्य साम्राज्य के पश्चात् शासन सत्ता शुंग वंश ने संभाली।
    Question 2
    CBSEENHN8001458

    राजा मिलिंद कौन था?

    Solution
    भारत के उत्तर में काबुल से पंजाब तक भारतीय यूनानी फैले थे। मेनांडर नामक व्यक्ति के नेतृत्व में उन्होंने राजधानी पाटलीपुत्र पर हमला किया; लेकिन हार गए। मेनांडर पर भारतीय चेतना और वातावरण का ऐसा प्रभाव पड़ा कि वह बौद्ध हो गया। वह राजा मिलिंद के नाम से प्रसिद्ध हुआ। उसकी लोक प्रसिद्धि केवल एक संत के रूप में हुई।
    Question 3
    CBSEENHN8001459

    ‘हेलिओदो स्तंभ’ कहाँ स्थित है? यह क्यों प्रसिद्ध है?

    Solution
    ‘हेलिओदो स्तंभ’ भारत के मध्य प्रदेश में सांची के निकट बेसनगर में स्थित है। यह ग्रेनाइट पत्थर की एक लाट है जिस पर संस्कृत का एक लेख खुदा है। इससे यूनानियों के भारतीयकरण की झलक मिलती है।
    Question 4
    CBSEENHN8001460

    शक जाति के लोग कहाँ बसे?

    Solution
    शक जाति के लोग मध्य एशिया में ऑक्सस (अक्षु) नदी की घाटी में बस गए।
    Question 5
    CBSEENHN8001465

    कुषाण कौन थे? वे कहाँ से आए? उन्होंने अपनी सत्ता कहाँ से कहाँ तक कायम की? उनका प्रमुख शासक कौन हुआ?

    Solution
    युई-ची जाति में एक दल कुषाणों का था। ये लोग सुदूर पूरब से आए। इन्होंने पूरे उत्तर भारत और मध्य एशिया के बहुत बड़े भाग पर अपना शासन कायम किया। उनका सबसे प्रसिद्ध राजा कनिष्क था।
    Question 6
    CBSEENHN8001467

    ज़रथुष्ट्र धर्म से आप क्या समझते हैं?

    Solution
    यह पारसी धर्म के नाम से जाना जाता है। ईरान में उदित हुए इस धर्म के पैगंबर ज़रथुष्ट्र थे।
    Question 7
    CBSEENHN8001468

    कुषाणों के काल में विभिन्न संस्कृतियों का मेल एक-दूसरे से कैसे हुआ?

    Solution
    तक्षशिला के विश्वविद्यालय कुषाण शासन सत्ता की राजधानी पेशावर के पास थी, यहाँ सीदियनों, युई-चियों, ईरानी, यूनानी, तुर्क व चीन से कई विद्यार्थी पढ़ने आए। इन सबका प्रभाव भारतीयों पर पड़ा। सभी की संस्कृतियाँ एक-दूसरे से टकराई तो सभी ने एक-दूसरे को प्रभावित किया।
    Question 8
    CBSEENHN8001469

    भारत में चीनी राजदूत कब आए?

    Solution
    भारत में चीनी राजदूत 64 ई. में आए।
    Question 9
    CBSEENHN8001470

    कौन-से फल भारत को चीन की देन है?

    Solution
    आडू, नाशपाती ऐसे फल हैं जो भारत में नहीं उगते थे। ये चीनियों की देन है।
    Question 10
    CBSEENHN8001471

    बौद्ध धर्म किस काल में व किन दो भागों में विभाजित हुआ?

    Solution
    बौद्ध धर्म कुषाण काल में, महायान और हीनयान नामक दो भाग में विभाजित हो गया।
    Question 11
    CBSEENHN8001472

    नागार्जुन कौन थे? उन्होंने कौन-सा विशेष कार्य किया?

    Solution
    नागार्जुन ईसा की पहली शताब्दी में हुए। वे बौद्ध शास्त्रों और भारतीय दर्शन के बहुत बड़े विद्वान थे। उन्हीं के कारण भारत में बौद्ध शाखा महायान की विजय हुई।
    Question 12
    CBSEENHN8001473

    हीनयान को मानने वाले कौन से दो छोटे देश थे?

    Solution
    हीनयान को मानने वाले लंका और बर्मा थे।
    Question 13
    CBSEENHN8001474

    गुप्त साम्राज्य का प्रारंभ सर्वप्रथम किसकी देख-रेख में व कब हुआ?

    Solution
    गुप्त साम्राज्य का प्रारंभ ई. 320 में सर्वप्रथम चंद्रगुप्त की देख-रेख में हुआ।
    Question 14
    CBSEENHN8001475

    पुराना ब्राह्मण वर्ग इस समय चिंतित क्यों था?

    Solution
    भारत पर एक के बाद एक कई विदेशी जातियाँ निरंतर हमला कर शासन करने में सफल होती रहीं। ऐसे में पुतना ब्राह्मण वर्ग चिंतित हो उठा क्योंकि वे अपनी भारतीय संस्कृति और सभ्यता को कायम रखना चाहते थे। वे आदर्शों के आधार पर सजातीय राज्य कायम करना चाहते थे।
    Question 15
    CBSEENHN8001476

    ब्राह्मणवाद या हिंदूवाद से आप क्या समझते हैं?
    अथवा
    भारतीय राष्ट्रीय धर्म से क्या तात्पर्य है?

    Solution
    विदेशी शासकों के निरंतर प्रभाव से भारतीय ब्राह्मण वर्ग चिंतित हो उठा। धर्म और दर्शन, इतिहास और परंपरा, रीति-रिवाज व सामाजिक ढाँचा जिसके व्यापक घेरे में उस समय के भारतीय जीवन के सभी पहलू आते थे सभी विदेशियों से प्रभावित थे। लोगों में राष्ट्रीय भावना जगाना ही राष्ट्रीय धर्म था। इसे ही ब्राह्मणवाद या हिंदूवाद का नाम दिया गया।
    Question 16
    CBSEENHN8001477

    गुप्त वंश के शासकों ने लगभग कितने वर्षों तक भारत पर शासन किया?

    Solution
    गुप्त वंश के शासकों ने लगभग 300 वर्षों तक भारत पर शासन किया।
    Question 17
    CBSEENHN8001478

    गोरे हूण कौन थे?

    Solution
    गुप्त वंश के समय मध्य एशिया की एक जाति ने लगातार भारत पर आक्रमण किया यही ‘गोरे हूण’ कहलाए।

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    Question 18
    CBSEENHN8001480

    हुणों ने कितने वर्षों तक शासन सत्ता कायम की और किससे पराजित हुए?

    Solution
    हूणों ने लगभग 50 वर्षों तक शासन सत्ता सँभाली। अंत में कन्नौज के हर्षवर्धन ने उत्तर से लेकर मध्य भारत तक एक शक्तिशाली राज्य की स्थापना कर उन्हें पराजित किया।
    Question 19
    CBSEENHN8001484

    हर्षवर्धन का शासन कैसा था?

    Solution
    हर्षवर्धन शक्तिशाली और उदार शासक था। उसने अपने शासनकाल में बौद्ध और हिंदू दोनों धर्मों को समान महत्व दिया। वह स्वयं कवि व नाटककार था। उसने अपनी राजधानी उज्जयिनी को सांस्कृतिक गतिविधियों का केंद्र बनाया। वह एक सफल शासक था। प्रजा भी उसके शासनकाल में प्रसन्न थी।
    Question 30
    CBSEENHN8001509

    मौर्य साम्राज्य का अंत होने पर दक्षिण की शासन व्यवस्था कैसी थी?

    Solution

    मौर्य साम्राज्य का अंत होने पर दक्षिण के राज्य एकाकी रूप में फलने-फूलने लगे।

    Question 31
    CBSEENHN8001510

    दक्षिण भारत किसके लिए प्रसिद्ध था?

    Solution
    दक्षिण भारत अपनी दस्तकारी व समुंद्री व्यापार के लिए प्रसिद्ध था।
    Question 32
    CBSEENHN8001511

    उत्तर भारत विदेशियों से अधिक व दक्षिण भारत कम प्रभावित क्यों हुआ?

    Solution
    भारत के उत्तर भाग पर विदेशियों का प्रभाव अधिक रहा क्याेंकि सभी विदेशी उत्तर-पश्चिम दिशा से भारत में आए। उन्होंने अपनी सभ्यता संस्कृति का प्रभाव उत्तर पर अधिक डाला इसीलिए दक्षिण विदेशियों से अधिक प्रभावित न हुआ। इसका परिणाम यह निकला कि भारतीय उद्योग-धंधों ने उत्तर से अधिक दक्षिण में अधिक उन्नति की।
    Question 35
    CBSEENHN8001517

    भारत में यूरोप से अधिक शांतिपूर्ण व व्यवस्थित शासन व्यवस्था क्यों रही?

    Solution
    भारत में यूरोप से अधिक शांतिपूर्ण व व्यवस्थित शासन व्यवस्था रही क्योंकि यहाँ के शासकों ने दो-दो, तीन-तीन सौ वर्षो तक निरंतर शासन किया।
    Question 36
    CBSEENHN8001520

    विदेशी शासकों की क्या विशेषता रही?

    Solution
    विदेशी शासकों ने अपने-आपको भारतीय परंपरा, सभ्यता व संस्कृति के अनुरूप जल्दी ही ढाल लिया। इसीलिए शासक सफल रहे।
    Question 37
    CBSEENHN8001523

    अंग्रेज़ी शासन सत्ता भारत में कायम क्यों नहीं रह सकी?

    Solution
    वास्तव में जब अंग्रेज़ों ने भारत पर शासन किया उस समय यह अपनी अवनति की आेर था इसीलिए अंग्रेज़ इसे पूरी तरह से संभालने में असफल रहे।

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    Question 41
    CBSEENHN8001529

    भारतीय सभ्यता का मूल आधार क्या है?

    Solution
    भारतीय सभ्यता का मूल आधार स्थिरता और सुरक्षा की भावना है।
    Question 42
    CBSEENHN8001530

    भारतीय सभ्यता की विशेष बात क्या है?

    Solution
    भारतीय सभ्यता की विशेष बात यह थी कि व्यक्तिवादी हाते हुए भी सामुदायिक रूप रखती थी।
    Question 43
    CBSEENHN8001531

    भारत में समन्वय की भावना किन-किन क्षेत्रों में हुई?

    Solution
    भारतीय संस्कृति में व्यक्ति के बाहरी व भीतरी जीवन के समन्वय के साथ-साथ प्रकृति के साथ भी उसका समन्वय दर्शाया गया है। इसके अतिरिक्त बाहरी जातियाँ जो भारत में आई उनके विशेष तत्त्वों के साथ भी समन्वय कर उन्हें आत्मसात भी किया गया।
    Question 44
    CBSEENHN8001534

    भारतीय गाँवों की क्या विशेषता रही है?

    Solution
    भारत में कितनी ही शासन व्यवस्था बदलती रही लेकिन भारतीय गाँवों ने अपने अस्तित्व को कायम रखा। निरंकुश राजा भले ही गाँवों में ऊपरी सतह से हलचल करते रहे लेकिन आंतरिक सुदृढ़स्वरूप को हिलाने में सफल न हो सके। तभी तो आज वर्तमान में भी गाँवों की अपनी महत्वता है।
    Question 49
    CBSEENHN8001549

    भारतीय रंगमंच का उद्गम कहाँ से हुआ?

    Solution
    भारतीय रंगमंच का उद्गम प्राचीन ऋग्वेद में हुआ, उनका पूर्ण स्वरूप नाटकीय शैली में था।
    Question 50
    CBSEENHN8001550

    किस शताब्दी के नाटक पूर्ण प्रसिद्धि पा चुके थे।

    Solution
    तीसरी शताब्दी में नाटक पूर्ण प्रसिद्धि पा चुक थे।
    Question 51
    CBSEENHN8001552

    सर्वप्रथम किस नाटककार का नाम इतिहास में मिलता है?

    Solution
    प्राचीन नाटककारों में सर्वप्रथम नाम ‘भास’ का मिलता है। उन्होंने 13 नाटकों की रचनाएँ की।
    Question 52
    CBSEENHN8001554

    ‘अश्वघोष’ के बारे में आप क्या जानते हैं? उनकी प्रसिद्ध रचना कौन-सी थी?

    Solution
    ‘अश्वघोष’ संस्कृत के प्राचीन नाटककार हुए। इनके नाटक ताड़-पत्र पर लिखित पांडुलिपियों में प्राप्त हुए हैं। इनकी प्रमुख रचना ‘बुद्धचरित’ है जिसमें बुद्ध की जीवनी का समावेश है। इनका यह ग्रंथ भारत, चीन व तिब्बत में लोकप्रिय हुआ।
    Question 53
    CBSEENHN8001556

    ‘कालिदास’ कौन थे? उनकी प्रसिद्ध रचनाओं का विवेचन कीजिए।

    Solution
    कहा जाता है कि कालिदास गुप्त वंश के चंद्रगुप्त (द्वितीय) विक्रमादित्य के नौ रत्नों में से एक थे। उन्होंने अपनी रचनाओं में प्रेम व प्रकृति चित्रण का सुंदर वर्णन किया। उनकी प्रमुख कृति थी ‘शकुंतला’ जिसका जर्मन, फ़्रेंच, डेनिश और इटालियन में अनुवाद भी हुआ। इनकी एक अन्य प्रसिद्ध रचना है ‘मेघदूत’ जिसमें एक प्रेमी अपनी प्रेयसी को बादल द्वारा संदेश भेजता है।
    Question 54
    CBSEENHN8001558

    चंद्रगुप्त मौर्य के शासनकाल में रचित नाटक ‘मुद्राराक्षस’ की क्या विशेषता थी?

    Solution
    नाटक ‘मुद्राराक्षस’ उस समय की पूर्ण राजनीतिक गतिविधियों से अवगत करवाता है।
    Question 55
    CBSEENHN8001560

    नाटक शैली का ह्रास कब हुआ।

    Solution
    नाटक शैली का ह्रास उन्नीसवीं शताब्दी में हुआ।
    Question 56
    CBSEENHN8001563

    प्राचीन नाटकों की भाषा कैसी थी?

    Solution
    प्राचीन नाटकों में विशुद्ध संस्कृत व बोलचाल की संस्कृत भाषा दोनों का प्रयोग मिलता है। पड़ा-लिखा सुशिक्षित वर्ग संस्कृत में व सामान्य लोग बोलचाल की भाषा का प्रयोग करते थे।
    Question 57
    CBSEENHN8001564

    ‘लोकमंच’ का उदय क्यों हुआ?

    Solution
    अधिकतर प्राचीन नाटक राज-दरबारों में अभिजात दर्शकों के लिए अभिजात्यवादी कला के द्वारा साहित्यिक रंगमंच के आधार पर प्रस्तुत किए जाते थे। आम जनता की पहुँच से ये बहुत दूर थे। सामान्य जनता हेतु प्राचीन गाथाओं, कथाओं व महाकाव्यों से ली गई कथाओं को आम बोलचाल की भाषा में सामान्य मंच पर पेश करने से ‘लोकमंच’ का उदय हुआ, जो निरंतर विकास पाता रहा। ये प्रस्तुति अलग-अलग क्षेत्रों की बोलियों में भी की जाती थी।
    Question 65
    CBSEENHN8001589

    संस्कृत को व्याकरण के नियमों में कब और किसके द्वारा बाँधा गया?

    Solution
    संस्कृत को व्याकरण के नियमों में 2600 वर्ष पूर्व पाणिनि द्वारा बाँधा गया।
    Question 66
    CBSEENHN8001592

    संस्कृत भाषा को व्याकरणिक नियमों में किसने बाँधा?

    Solution
    संस्कृत को व्याकरण के नियमों में महान वैयाकरण ‘पाणिनि’ ने बाँधा।
    Question 67
    CBSEENHN8001599

    संस्कृत भाषा की विशेषता क्या है?
    अथवा
    संस्कृत भाषा को जीवंत क्यों कहा जाता है?

    Solution
    संस्कृत भाषा को जीवंत भाषा कहा जाता है क्योंकि यह जब से निर्मित हुई है तब से इसकी महत्वता ज्यों की त्यों बनी है। इसके द्वारा कितनी ही भारतीय भाषाओं का उद्गम हुआ है। इसीलिए यह भारतीय भाषाओं की जननी कहलाती है। इसकी महत्वपूर्ण विशेषता यह भी है कि संस्कृत काव्य व दर्शन में कई ऐसे शब्द भी हैं जो अपना स्थान इस प्रकार बनाए हैं कि किसी विदेशी भाषा में उनका अनुवाद नहीं हो सका।
    Question 68
    CBSEENHN8001601

    सर विलियम जोंस ने संस्कृत भाषा की प्रशंसा में क्या कहा? अपने शब्दों में बताइए।

    Solution
    सर विलियम जोंस ने 1784 में कहा था कि संस्कृत भाषा चाहे कितनी ही पुरानी हो इसकी बनावट अद्भुत है। यह भाषा यूनानी भाषा से अधिक पूर्ण, लातीनी भाषा के मुकाबले अधिक उन्नत है और इन दोनों से अधिक परिष्कृत है। ये तीनों भाषाएँ ऐसी मिलती-जुलती हैं कि इनका स्रोत एक ही दिखाई पड़ता है।
    Question 72
    CBSEENHN8001631

    रवींद्रनाथ ठाकुर ने भारत के विषय में क्या लिखा?

    Solution
    रवींद्रनाथ ठाकुर ने लिखा कि मेरे देश को जानने के लिए उस युग की यात्रा करनी होगी जब भारत ने अपनी आत्मा को पहचानकर अपनी भौतिक सीमाओं का अतिक्रमण किया।
    अर्थात् उनका यह मानना था कि भारत देश की वास्तविकता काे यदि हम परखना चाहते हैं तो हमें उसके उस काल को देखना होगा जब यह अपने-आप में पूर्ण था और इससे बाहर के देशों में अपने उपनिवेश कायम कर व्यापार और धर्म को बढ़ाया।
    Question 73
    CBSEENHN8001633

    भारत को वृहत्तर भारत क्यों कहा गया?

    Solution
    भारत ने अपने उपनिवेश दक्षिण-पूर्वी एशिया तक कायम किए इसीलिए वृहत्तर भारत का नाम दिया गया।
    Question 74
    CBSEENHN8001637

    किन-किन प्रमाणों से ज्ञात होता है कि भारत ने दक्षिण-पूर्वी एशिया तक उपनिवेश कायम किए?

    Solution
    भारतीय प्राचीन पुस्तकों, अरब यात्रियों की रचनाओं द्वारा, चीन से प्राप्त ऐतिहासिक विवरण, पुराने शिलालेख, ताम्र-पत्र, जावा बाली का साहित्य, भारतीय महाकाव्य व पुराकथाओं, यूनानी और लातीनी स्त्रोतों एवं अंगकोर और बोरोबुदुर के प्राचीन खंडहरों से यह जानकारी मिलती है कि भारत ने विदेशों में अपने उपनिवेश कायम किए।
    Question 75
    CBSEENHN8001640

    उपनिवेश कायम करने का लाभ क्या हुआ?

    Solution
    उपनिवेश कायम करने से भारत का व्यापार व धर्म बाहर के देशों तक पहुँचा। इसके अलावा समुद्री जहाजों का चलन बढ़ा।
    Question 76
    CBSEENHN8001641

    भारतीय उपनिवेशों का समय कब से कब तक रहा?

    Solution
    भारतीय उपनिवेशों का समय ईसा की पहली या दूसरी शताब्दी से लेकर पंद्रहवीं शताब्दी तक रहा, लगभग 13 सौ वर्ष तक।

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    Question 81
    CBSEENHN8001655

    भारतीय सभ्यता ने अपनी जड़ें कहाँ से कहाँ तक जमाई?

    Solution
    भारतीय सभ्यता ने अपनी जड़ें दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों में जमाईं।
    Question 82
    CBSEENHN8001656

    किन-किन देशों पर भारतीय कला के प्रभाव की छाप दिखाई पड़ती है?

    Solution
    इंडोनेशिया, जावा, बाली व फिलिपाइन व दक्षिण-पूर्वी एशिया के और भी देशों में भारतीय कला की झलक मिलती है।
    Question 83
    CBSEENHN8001657

    जावा पर भारतीय कला का क्या प्रभाव पड़ा?

    Solution
    जावा ने मशहूर भारतीय नृत्यों को अपनाया। इसके साथ ही वहाँ की अंगकोर व बोरोबुदुर की इमारतों के सुंदर मंदिर भी भारतीय कला की छाप के हैं। जावा में बुद्ध की जीवन कथा को पत्थरों पर इसी शैली में अंकित किया गया है।
    Question 84
    CBSEENHN8001658

    अंगकोरवट के विशाल मंदिर की क्या विशेषता है?

    Solution
    अंगकोरवट के विशाल मंदिर के चारों ओर विशाल खंडहरों का विस्तृत क्षेत्र है। उसमें बनावटी झीलें, पोखरें और नहरें हैं। उनके ऊपर पुल बने हैं। एक बहुत बड़ा फाटक है जिस पर एक वृद्धाकारा सिर पत्थर में खुदा है। यह एक आकर्षक मुस्कुराता हुआ रहस्यमय व देवतुल्य चेहरा है। इस चेहरे की मुस्कान मोहित करने वाली है।
    Question 85
    CBSEENHN8001659

    भारतीय कला धर्म और दर्शन से कैसे प्रभावित हुई?

    Solution
    भारतीय कला धर्म और दर्शन से पूर्णतया प्रभावित रही। इसमें हमेशा धार्मिक प्रेरणा होती है। एक लौकिक दृष्टि होती है। यूरोप के महान गिरजाघर इससे प्रभावित हुए, उनमें स्पष्ट झलकता था कि सौंदर्य की कल्पना आत्मनिष्ठ रूप में होती है वस्तुनिष्ठ रूप में नहीं। प्राचीन भारतीय सौंदर्य से प्रेम करते थे और अपनी रचनाओं में सत्य के दर्शन भी करते थे।
    Question 86
    CBSEENHN8001662

    भारतीय कविता और संगीत की क्या विशेषता थी?

    Solution
    भारतीय कविता और संगीत की विशेषता थी कि इस कला में प्रकृति की सभी दिशाओं के साथ तादात्म्य स्थापित किया गया। प्रकृति और विश्व के साथ मनुष्य की भावनाओं का सामंजस्य स्थापित किया गया।
    Question 87
    CBSEENHN8001665

    भारतीय संगीत ने किन-किन देशों को प्रभावित किया?

    Solution
    भारतीय संगीत ने चीन और सुदूर पूर्व के अलावा पूरे एशियाई संगीत काे प्रभावित किया।
    Question 88
    CBSEENHN8001666

    गुप्तकाल भारत का स्वर्ण युग क्यों कहलाया?

    Solution
    गुप्तकाल में भारत ने चहुँमुखी विकास किया इसलिए भारत का स्वर्ण सुरा कहलाया।
    Question 89
    CBSEENHN8001669

    गुप्तकाल की वास्तुकला ने कैसे विस्तार पाया?

    Solution
    गुप्तकाल में मूर्तिकला ने विशेष विकास किया। अजंता, एलोरा व ऐलीफेंटा की गुफाएँ इसी काल में निर्मित हुईं। अजंता के भित्ति-चित्र (दीवार पर निर्मित) बौद्ध भिक्षुओं द्वारा बनाए गए जिनमें सुंदर स्त्रियों, राजकुमारियों, गायिकाओं, नर्तकियों, बैठी, खड़ी व श्रृंगार करती स्त्रियों या शोभा यात्रा में जाती स्त्रियों का सुंदर चित्रण किया गया। दूसरी और इन्हीं भिक्षुओं द्वारा महात्मा बुद्ध की शांत व गौरवपूर्ण मूर्तियों का निर्माण किया गया। ठोस चट्टानों पर एलोरा की विशाल गुफाएँ निर्मित की गई। कैलाश का विशाल मंदिर भी इसी युग की देन है। दक्षिण भारत मे महाबलीपुरम, एलीफैंटा की गुफाएँ व गुफाओं में नटराज शिव की मूर्ति आज भी लोगों को आकर्षित करती है। इस प्रकार हम कह सकतै हैं कि गुप्तकाल में वास्तुकला व मूर्तिकला ने अधिक विस्तार पाया।
    Question 96
    CBSEENHN8001692

    ईसवी सन् से एक हजार वर्ष पूर्व भारतीय व्यापार की क्या स्थिति थी?

    Solution
    ईसवी सन् से एक हजार वर्ष पूर्व भारतीय व्यापार विदेशों में अपनी काफी जडे़ जमा चुका था। पूर्वी समुद्र तक के देशों में तो भारत का प्रभुत्व था ही, दूसरी ओर यह भूमध्य सागर तक फैला था।
    Question 97
    CBSEENHN8001693

    वस्त्र उद्योग की क्या स्थिति थी?

    Solution
    भारतीय सूती वस्त्र का बहुतायत निर्यात होता था। कुछ हद तक रेशम उद्योग भी विकसित था। कपड़ा रंगने में भारत का विशेष स्थान था। पक्के रंग यहाँ तैयार किए जाते थे। नील का रंग जिसे ‘इंडिगो’ कहते थे काफी प्रसिद्ध था।
    Question 98
    CBSEENHN8001697

    ‘इंडिगो’ क्या था? इस शब्द की उत्पत्ति कैसे हुई?

    Solution
     ‘इंडिगो’  नीलरंग था जिसका निर्माण भारत में हुआ। इस शब्द की उत्पत्ति ‘इंडिया’ शब्द से हुई।
    Question 99
    CBSEENHN8001699

    भारतीय रसायनशास्त्र ने कैसे उन्नति की?

    Solution
    भारतीय रसायनशास्त्र का विकास दूसरे देशों की तुलना में भारत में अधिक हुआ। फौलाद, लोहे व दूसरी धातुओं की भारतीयों को अत्यधिक पहचान थी। फौलाद व लोहे के अत्यधिक अस्त्र-शस्त्र बनाए गए व धातुओं को मिलाकर औषध विज्ञान ने भी उन्नति की।
    Question 100
    CBSEENHN8001702

    चिकित्सा के क्षेत्र में भारत ने क्या विशेषता हासिल की?

    Solution
    चिकित्सा के क्षेत्र में भारत ने धातुओं को मिलाकर कई औषधियों के निर्माण में सफलता पाई। इसके अतिरिक्त शरीर रचना व शरीर विज्ञान का अध्ययन यहाँ किया जाता था। रक्त संचार के बारे में भी लोग परिचित थे।
    Question 101
    CBSEENHN8001705

    खगोलशास्त्र क्या था? यह भारत में किनके लिए अधिक सहायक रहा?

    Solution
    खगोलशास्त्र अर्थात् ब्रह्मांड के ग्रहों वे पूरे वातावरण की स्थिति का ज्ञान प्राप्त करना ही खगोलशास्त्र था। भारतीय खगोलशास्त्रियाँ ने इसमें पूर्व सफलता हासिल की थी। फलित ज्योतिष को भी इसका अंग माना जा चुका था। इसी के आधार पर निश्चित पंचांग तैयार किए जाते थे। ये पंचांग समुद्री यात्रा करने वाले व्यापारियों हेतु उपयोगी सिद्ध होते थे।
    Question 102
    CBSEENHN8001706

    यंत्र निर्माण में भारत ने क्या उन्नति की?

    Solution
    यंत्र निर्माण में भी भारत किसी देश से पीछे न था। समुंद्री जहाजों का निर्माण सबसे अधिक भारत में ही हुआ। युद्ध में काम आने वाली कई मशीनों के हवाले भी मिलते हैं। औंजार निर्माण में भी भारत ने सफलता पाई।
    Question 108
    CBSEENHN8001716

    भारत के विकास के बारे में अपने विचार प्रकट कीजिए।

    Solution
    भारत ने ईसवी सन् के पहले हज़ार वर्ष में अपार उन्नति की। ईरान, चीन, यूनानी जगत, मध्य एशिया व पूर्वी समुद्री इलाकों तक भारत का प्रभुत्व था। भारतीय उपनिवेशों की स्थापना भी दूर-दूर तक हुई। भारतीय संस्कृति का प्रचार दूर देशों तक रहा। भारत ने प्रत्येक क्षेत्र व्यापार-उद्योग, औषध-विज्ञान, युद्ध सामग्री, वास्तुकला, कृषि, शिक्षा, धर्म, राजनीति आदि में विश्व प्रसिद्ध उन्नति की।
    Question 109
    CBSEENHN8001717

    भारत ह्रास की ओर क्यों बढ़ा?

    Solution
    भारत के ह्रास की ओर बढ़ने के कारण थे - बार-बार विदेशी जातियों के उत्तर भारत पर आक्रमण। एक के बाद एक अनेक शासकों ने भारत को प्रभावित किया। इससे उसकी अपनी राजनीति टूटती गई तो सभी क्षेत्र अपना अस्तित्व खोते चले गए। कई शासकों ने जैसे हर्ष व भोज आदि ने भारत को एकरूपता देनी चाही लेकिन पूर्णतया सफल न हो सके।
    Question 110
    CBSEENHN8001718

    भारत का नालंदा विश्वविद्यालय क्यों प्रसिद्ध था?

    Solution
    नालंदा में दी जाने वाली शिक्षा विश्वप्रसिद्ध थी। यही कारण था कि यहाँ भारतीय विद्यार्थियों के अतिरिक्त कोरिया, मंगोलिया, बुखारा, चीन, जापान व तिब्बत से विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने आते थे।
    Question 111
    CBSEENHN8001719

    भारतीय ह्रास के समय सामाजिक दशा कैसी थी?

    Solution
    भारतीय ह्रास के समय समाज गुटों और जाति बंधनों में बँट चुका था। हर आदमी का व्यवसाय पुश्तैनी रुप ले चुका था। भारतीयों के विचारों में, दर्शन, राजनीति, युद्ध पद्धति सभी में गिरावट आ चुकी थी। भारतीय अखंडता के स्थान पर समाज, सामंतवाद और गिरोह बंदी की भावनाएँ बढ़ती गई। पूर्व समाज अपनी सभ्यता और संस्कृति की महत्वता खोता जा रहा था।
    Question 112
    CBSEENHN8001720

    भारत में ऐसी क्या विशेषता थी कि वह फिर से शक्ति पाने में सफल रहा?

    Solution
    भारत की जीवनी शक्ति और अद्भुत दृढ़ता, इसके साथ ही भारतीय संस्कृति का लचीलापन और अपने को ढा़लने की क्षमता। इसी से वह नए संपर्कों व विचारधाराओं का लाभ उठाकर फिर से प्रगति के पथ पर अग्रसर हो सका।

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