अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्याओं की विवेचना कीजिए।
अर्थव्यवस्था की तीन केंद्रीय समस्याएँ निम्नलिखित हैं:
- क्या उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में?: प्रत्येक समाज को यह निर्णय करना होता है कि किन वस्तुओं का उत्पादन किया जाए और कितनी मात्रा में। एक अर्थव्यवस्था को यह निर्धारित करना पड़ता है कि वह खाद्द पदार्थों का उत्पादन करें या मशीनों का, शिक्षा एवं स्वास्थ्य पर खर्च करें या सैन्य सेवाओं के गठन पर, उपभोक्ता वस्तुएँ बनाए या पूंजीगत वस्तुएँ। निर्णायक सिद्धांत है कि ऐसे संयोजन का उत्पादन करें जिससे कुल समाप्त उपयोगिता अधिकतम हो।
- वस्तुओं का उत्पादन कैसे किया जाए?: प्रत्येक समाज को निर्णय करना पड़ता है कि विभिन्न वस्तुओं और सेवाओं से उत्पादन करते समय किस-किस वस्तुया सेवा में किस-किस संसाधन की कितनी मात्रा का उपयोग किया जाए । अधिक श्रम का उपयोग किया जाए अथवा मशीनों का? प्रत्येक वस्तु के उत्पादन के लिए उपलब्ध तकनीकों में से किस तकनीक को अपनाया जाए?
- किसके लिए उत्पादन किया जाए: अर्थव्यवस्था में उत्पादित वस्तुओं की कितनी मात्रा किसे प्राप्त होगी? अर्थव्यवस्था के उत्पाद को व्यक्ति विशेष के बीच किस प्रकार विभाजित किया जाना चाहिए? किसको अधिक मात्रा प्राप्त होगी तथा किसको कम? यह सुनिश्चित किया जाए अथवा नहीं कि अर्थव्यवस्था की सभी व्यक्तियों को उपभोग की न्यूनतम मात्रा उपलब्ध हो? ये सभी भी अर्थव्यवस्था की केंद्रीय समस्या हैं।