स्पष्ट कीजिए कि घुमंतू समुदायों को बार-बार एक जगह से दूसरी जगह क्यों जाना पड़ता है? इस निरंतर आवागमन से पर्यावरण को क्या लाभ है?
सुखों से चारवाही समूहों का जीवन प्राय: प्रभावित होता हैं जब वर्षा नहीं होती है, चारागाह सुख जाते हैं तो पशुओं के लिए भूखे मरने की स्थिति आ जाती है। यही कारण है की घुमंतू जनजातियों को, जो चारावाही से अपनी जीविका प्राप्त करते हैं, एक जगह से दूसरी जगह तक घूमते रहने की आवश्यकता पड़ती हैं। इस घुमंतू जीवन के कारण उन्हें जीवित रहने तथा संकट से बचने का अवसर प्राप्त होता है।
उनकी सतत गतिशीलता के पर्यावरणीय लाभ निम्नलिखित हैं-
(i) उनकी गतिशीलता के कारण प्राकृतिक वनस्पति को फिर से वृद्धि करने का अवसर प्राप्त होता है। फलतः वनस्पति सरंक्षण के कारण पर्यावरण संतुलित रहता है।
(ii) उनके मवेशियों को हरा-भरा नया चारा प्राप्त होता है। तथा वे खेतों में घूम-घूम कर गोबर देते रहते है जिससे कृषि भूमि की उर्वरता बनी रहती है।