काम,आराम और जीवन:समकालीन विश्‍व में शहर

Sponsor Area

Question
CBSEHHISSH10018540

सदी के मध्य से लंदन की आबादी क्यों फैलने लगी? कारण बताइए।

 

Solution

लंदन की आबादी के फैलने के मुख्य कारण निम्नलिखित हैं:
(i) लंदन इंग्लैंड की एक प्रमुख बंदरगाह थी जहाँ पर काम करने के लिए गाँवों से बहुत बड़ी संख्या में लोग आया और यहीं पर बस गए।

(ii) लंदन की गोदी के अतिरिक्त प्रमुख रूप से पाँच तरह के बड़े उद्योगों में बहुत सारे लोगों को काम मिला हुआ था। ये उद्योग थे- परिधान जूता उद्योग, लकड़ी व फर्नीचर उद्योग, धातु एवं इंजीनियरिंग उद्योग, छपाई और स्टेशनरी उद्योग कथा शल्य-चिकित्सा उपकरण व घड़ी जैसे सटीक माप वाले उत्पादों और कीमती धातुओं की चींज़े बनाने वाले उद्योग।

(iii) लंदन में मोटरकार और बिजली के उपकरणों का भी उत्पादन होने लगा और विशाल कारखानों की संख्या बढ़ते-बढ़ते इतनी हो गई कि शहर की तीन-चौथाई नौकरियाँ इन्हीं कारखानों में सिमट गई ।

Sponsor Area

Question
CBSEHHISSH10018541

उन्नीसवीं और बीसवीं सदी के बीच लंदन में औरतों के लिए उपलब्ध कामों में किस तरह के बदलाव आए? ये बदलाव किन-किन कारणों से आए?

Solution

अठारहवीं सदी के अंत में और उन्नीसवीं सदी के आरंभिक दर्शकों में फैक्टरियों में बहुत सारी औरतें भी काम करती थीं। जैसे-जैसे तकनीक में सुधार आया, कारखानों में औरतों की नौकरियाँ छिनने लगीं और वे घरेलू कामों में सिमटकर रह गईं।
1861 की जनगणना से पता चला कि लंदन में लगभग ढाई लाख घरेलू नौकर थे। उनमें औरतों की संख्या बहुत अधिक थी। उनमें से अधिकांश हाल ही में शहर में आई थीं। बहुत-सी औरतें परिवार की आय बढ़ाने के लिए अपने मकानों का भी प्रयोग करते थीं। वे या तो किसी को किराए पर रख लेती थीं या घर पर ही रहकर सिलाई-बुनाई, कपड़े धोने या माचिस बनाने जैसे काम करती थीं। बीसवीं सदी के हालात एक बार फिर बदले। जब औरतों को युद्धकालीन उद्योगों और दफ्तरों में काम मिलने लगा तो वे घरेलू काम छोड़कर फिर बाहर आने लगीं।

Question
CBSEHHISSH10018542

विशाल शहरी आबादी के होने से निम्नलिखित पर क्या असर पड़ता है? ऐतिहासिक उदाहरणों के साथ समझाइए।

(क) जमींदार।

(ख) कानून व्यवस्था संभालने वाला पुलिस अधीक्षक।

(ग) राजनीतिक दल का नेता।

Solution

(क) जमींदार: विशाल शहरी आबादी के होने से लोगों के लिए रहने का स्थान नहीं मिलता। अत: ज़मींदार लोग गरीब लोगों के लिए घटिया और सस्ते किस्म के कमरे बनवाते हैं।

ऐतिहासिक उदाहरण: औद्योगिक क्रांति के बाद लोग काफ़ी संख्या में शहरों की तरफ़ रुख करने लगे तो लंदन जैसे पुराने शहर नाटकीय रूप से बदलने लगे। फैक्ट्रि या वर्कशॉप मालिक प्रवासी कामगारों को रहने की जगह नहीं देते थे। फलस्वरूप जिनके पास ज़मीन थीं ऐसे अन्य लोग ही इन नवागतुंकों के लिए सस्ते और सामान्यत: असुरक्षित टेनमेंट्स बनाने लगे।

(ख) पुलिस अधीक्षक: विशाल आबादी के होने से शहर में आपराधिक गतिविधियाँ बढ़ती हैं। पुलिस कानून व्यवस्था को लेकर चिंतित हो जाती है।

ऐतिहासिक उदाहरण: जैसे-जैसे लंदन बढ़ा, वहाँ अपराध भी बढ़ने लगे। लंदन में कम से कम 20000 अपराधी रहते थे। कई लोग अपराधों से ही अपनी आजीविका चलाते थे। मकानों की छतों से सीसा चुरा लेते थे, दुकानों से खाने की चीज़ें उठा लेते थे, लंदन की सड़कों पर ठगों और जालसाजों, जेबकतरों और छोटे-मोटे चोरों की भरमार रहती थी। अपराधियों के इन कारनामों से पुलिस बहुत चिंतित रहती थी।

(ग) राजनीतिक दल का नेता: राजनीतिक दल के नेता के लिए शहर की विशाल जनसंख्या एक अवसर भी थी और एक खतरा भी।
ऐतिहासिक उदहारण: गरीबों लोगों की माँग थी कि उन्हें ग़रीबी से आज़ादी दिलाई जाए। लंदन के हज़ारों  गोदी कामगारों ने हड़ताल कर दी और शहर भर में जुलूस निकाले। हज़ारों हड़ताली शहर में जुलूस निकाल रहे थे, परंतु न तो किसी की जेब कटी और न कोई खिड़की टूटी। 12 दिन तक चली इस हड़ताल में मज़ूदरों की माँग थी कि गोदी कामकगारों कि यूनियन को मान्यता दी जाए। शहर में बहुत सारे लोगों को एक साथ राजीनीतिक कार्रवाइयों में खींचा जा सकता था। इस तरह शहर की विशाल जनसंख्या एक अवसर भी थी और एक खतरा भी।      


Question
CBSEHHISSH10018543

निम्नलिखित की व्याख्या करें:

उन्नीसवीं सदी में धनी लंदनवासियों ने ग़रीबों के लिए मकान बनाने की ज़रूरत का समर्थन क्यों किया?

Solution

उन्नीसवीं सदी में धनी लंदनवासियों ने ग़रीबों के लिए मकान बनाने की ज़रूरत का समर्थन करने के निम्नलिखित कारण थे:

(i) पहली बात तो यह थी कि ग़रीबों के एक कमरे वाले मकानों को जनता के स्वास्थ्य के लिए खतरा माना जाने लगा था। इन मकान में भीड़ रहती थी, वहाँ हवा-निकासी का इंतज़ाम नहीं था और साफ़-सफ़ाई की सुविधाएँ नहीं थीं।

(ii) दूसरा, खस्ताहाल मकानों के कारण आग लगने का खतरा बना रहता था।

(iii) तीसरा, इस विशाल जनसमूह के कारण सामाजिक उथल-पुथल की आशंका दिखाई देने लगी थी। 1917 की रूसी क्रांति के बाद इधर काफी बढ़ गया था। लंदन के गरीब कहीं विद्रोह न कर डालें, इस आशंका से निपटने के लिए मज़दूरों के लिए आवासीय योजनाएँ शुरू की गई।