बल तथा गति के नियम

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Question
CBSEHHISCH9007004

कोई वस्तु शून्य बाह्य असंतुलित बल अनुभव करती है। क्या किसी भी वस्तु के लिए अशून्य वेग से गति करना संभव है? यदि हाँ, तो वस्तु के वेग के परिमाप एवं दिशा पर लगने वाली शर्तों का उल्लेख करें। यदि नहीं, तो कारण स्पष्ट करें।

Solution

हाँ, संभव है। वास्तव में, गति की अवस्था में परिवर्तन के लिए बल की आवश्यकता होती है न कि एक समान गति की अवस्था को बनाए रखने के लिए। अत: यदि कोई वस्तु पहले से गतिमान है तो वह बाह्य असंतुलित बल की अनुपस्थिति में भी एक समान गति की अवस्था को बनाए रखेगी।

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Question
CBSEHHISCH9007005

जब किसी छड़ी से दरी ( कार्पेट ) को पीटा जाता है, तो धूल के कण बाहर आ जाते हैं। स्पष्ट करें।

Solution

दरी को छोड़ से पीटने पर धूल के कण नीचे इसलिए गिर जाते हैं, क्योंकि धूल के कण विराम के जड़त्व के कारण विराम में रहने का प्रयत्न करते हैं और दरी को छड़ी से पीटने पर आगे की ओर गति करने लगता है और धूल के कण नीचे गिर जाते हैं।

Question
CBSEHHISCH9007006

बस की छत पर रखे सामान को रस्सी से क्यों बाँधा जाता है?

Solution

जब चलती हुई गाडी में अचानक ब्रेक लगाए जाते हैं अथवा एकाएक उसे मोड़ा जाता है तो गति जड़त्व के कारण गाडी की छत पर रखा समान उसी वेग से उसी दिशा में गतिमान रहने का प्रयास करता है। ऐसे में यदि सामान बाँधा नहीं गया है तो वह छत से नीचे गिर सकता है, इससे सामान के टूटने की संभावना रहती है। अत: बस की छत पर रखे सामान को बाँधकर रखा जाता है।

Question
CBSEHHISCH9007007

किसी बल्लेबाज द्वारा क्रिकेट की गेंद को मारने पर गेंद जमीन पर लुढ़कती है। कुछ दूरी चलने के पश्चात गेंद रुक जाती है। गेंद रुकने के लिए धीमी होती है, क्योंकि

  • बल्लेबाज ने गेंद को पर्याप्त प्रयास से हिट नहीं किया है।

  • वेग गेंद पर लगाए गए बल के समानुपाती है।

  • गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है।

  • गेंद पर कोई असंतुलित बल कार्यरत नहीं है, अत: गेंद विरामावस्था में आने के लिए प्रयासरत है।

Solution

C.

गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है।

गेंद पर गति की दिशा के विपरीत एक बल कार्य कर रहा है।