आश्रम का अनुमानित व्यय

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Question
CBSEENHN7000432

अनुमानित शब्द अनुमान में  इतप्रत्यय जोड़कर बना है। इत प्रत्यय जोड़ने पर अनुमान का  नित में परिवर्तित हो जाता है। नीचे-इत प्रत्यय वाले कुछ और शब्द लिखे हैं। उनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है-

प्रमाणित

व्यथित

द्रवित

मुखरित

झंकृत

शिक्षित

मोहित

चर्चित

इत प्रत्यय की भाँति इक प्रत्यय से भी शब्द बनते हैं और तब शब्द के पहले अक्षर में भी परिवर्तन हो जाता है, जैसे- सप्ताह+इक = साप्ताहिक। नीचे इक प्रत्यय से बनाए गए शब्द दिए गए हैं। इनमें मूल शब्द पहचानिए और देखिए कि क्या परिवर्तन हो रहा है-

मौखिक

संवैधानिक

प्राथमिक

नैतिक

पौराणिक

दैनिक

Solution

 

शब्द

प्रत्यय

प्रमाणित –

प्रमाण + इत

व्यथित –

व्यथा + इत

द्रवित –

द्रव + इत

मुखरित –

मुखर + इत

झंकृत –

झंकार + इत

शिक्षित –

शिक्षा + इत

मेहित –

मोह + इत

चर्चित –

चर्चा + इत

शब्द

प्रत्यय

मौखिक –

मुख + इक

संवैधानिक –

संविधान + इक

प्राथमिक –

प्रथम + इक

नैतिक –

नीति + इक

पौराणिक –

पुराण + इक

दैनिक –

दिन + इक

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Question
CBSEENHN7000433

हमारे यहाँ बहुत से काम लोग खुद नहीं करके किसी पेशेवर कारीगर से करवाते हैं। लेकिन गाँधी जी पेशेवर कारीगरों के उपयोग में आनेवाले औज़ार – छेनी, हथौड़े, बसूले क्यों खरीदना चाहते होंगे?

Solution

गाँधी जी के मन में आश्रम के प्रत्येक व्यक्ति को स्वावलंबी बनाने की बात रही होगी क्योंकि जिन औज़ारों का ज़िक्र किया गया है, वे बढ़ई के कार्य अर्थात्‌ लकड़ी का सामान बनाने के काम में आता है। गाँधी जी अहमदाबाद में एक आश्रम खोलने का प्रयास कर रहे थे। वे चाहते थे कि आश्रम में सारा काम आश्रम के लोग स्वयं ही करें। इसके लिए वह औज़ारों की एक सूची तैयार कर रहे थे। ताकि आश्रम में रहकर ही उसकी ज़रूरतों का सामान स्वयं बनाया जा सके, आश्रम व उसके लोग स्वयं की ज़रूरतों के लिए किसी कारीगर पर निर्भर ना रहें।

Question
CBSEENHN7000434

आपको कई बार लगता होगा कि आप कई छोटे-मोटे काम (जैसे-घर की पुताई, दूध दुहना, खाट बुनना) करना चाहें तो कर सकते हैं। ऐसे कामों की सूची बनाइए, जिन्हें आप चाहकर भी नहीं सीख पाते। इसके क्या कारण रहे होंगे? उन कामों की सूची भी बनाइए, जिन्हें आप सीखकर ही छोड़ेंगे।

Solution

पुताई, घर बनाना, दूध दुहना आदि कार्य कठिन होते हैं। अतः इन्हें सीखना कठिन है।

मोटर साइकिल चलाना, कम्प्यूटर पर काम करना तथा कार चलाने का कार्य करना चाहेंगे।

Question
CBSEENHN7000435

इस अनुमानित बजट को गहराई से पढ़ने के बाद आश्रम के उद्देश्यों और कार्यप्रणाली के बारे में क्या-क्या अनुमान लगाए जा सकते हैं?

Solution

(i) गाँधी जी आश्रम के प्रत्येक व्यक्ति को आत्मनिर्भर बनाना चाहते थे।

(ii) वह आश्रम में प्रत्येक व्यक्ति को श्रम के लिए प्रेरित करना चाहते थे।

(iii) वह इस आश्रम को भी स्वावलम्बी बनाना चाहते थे।