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नृत्यांगना सुधा चंद्रन

Question
CBSEENHN7000518

(क) सुधा के स्वप्नों की इंद्रधनुषी दुनिया में अँधेरा कैसे छा गया?

(ख) डॉ. सेठी ने सुधा के लिए क्या किया?

(ग) सुधा पूरे भारत में कैसे लोकप्रिय हो गई?

Solution

(क) जब एक दुर्घटना में सुधा चंद्रन का पैर काटना पड़ा, तब उनकी इंद्रधनुषी दुनिया में अँधेरा छा गया। वह नृत्यांगना बनना चाहती थीं और उसके लिए वह नृत्य सीखती थी। परन्तु अचानक हुई दुर्घटना ने उनके सपने को तोड़ दिया।

(ख) डॉ. सेठी ने अपने अनुभवों के निचोड़ से सुधा के लिए ऐसा कृत्रिम पाँव बनाया, जिससे उन्हें नृत्य करने में अधिक कठिनाइयों का सामना न करना पड़े। इस तरह उन्होंने सुधा का सपना साकार किया और उनके जीवन को एक नई दिशा प्रदान की। आगे चलकर सुधा उनके बनाए कृत्रिम पैर के सहारे नृत्य करने में सफल हो पायी।

(ग) सुधा नकली पैर के सहारे नृत्य करने में कामयाब हुई थी। उसने साबित कर दिया था कि विकलांगता अभिशाप नहीं है। यदि मनुष्य चाहे तो क्या नहीं कर सकता है। लोगों के लिए यह आश्चर्य की बात थी। उनकी प्रतिभा लोगों के लिए प्रेरणा स्रोत बन गई। वह पूरे भारत में अपने मनोबल तथा साहस के लिए लोकप्रिय हो गई।

Question
CBSEENHN7000519

आशा     –    निराशा
कठिन    –
आदर     –
अँधेरा     –
आकार    –
इच्छा –

Solution

आशा     –    निराशा
कठिन    –    सरल
आदर     –    अनादर
अँधेरा     –   उजाला
आकार    –   निराकार
इच्छा     –   अनिच्छा

Question
CBSEENHN7000520

सुधा ने पूछा क्या मैं नाच सकूँगी डॉ. सेठी ने कहा क्यों नहीं प्रयास करो तो सब कुछ संभव है

WiredFaculty

Solution

सुधा ने पूछा, “क्या मैं नाच सूकँगी?” डॉ. सेठी ने कहा, “क्यों नहीं, प्रयास करो तो सब कुछ संभव है।”

Question
CBSEENHN7000521

नीचे सुधा चंद्रन के जीवन की कुछ घटनाएँ बताई गई हैं। इन्हें सही क्रम में लगाओ।

  • सुधा डॉ. सेठी से मिली।
  • सुधा नृत्य का फिर से प्रशिक्षण लेने लगी।
  • सुधा ने प्रीति के साथ नृत्य किया।
  • सुधा को अभिनय के लिए विशेष पुरस्कार मिला।
  • सुधा का पैर काटना पड़ा।
  • सुधा ने नृत्य विद्यालय में प्रवेश लिया।

Solution

  • सुधा ने नृत्य विद्यालय में प्रवेश लिया।
  • सुधा का पैर काटना पड़ा।
  • सुधा डॉ. सेठी से मिली।
  • सुधा नृत्य का फिर से प्रशिक्षण लेने लगी।
  • सुधा ने प्रीति के साथ नृत्य किया।
  • सुधा को अभिनय के लिए विशेष पुरस्कार मिला।