यमराज की दिशा

  • Question 1
    CBSEENHN9001419

    कवि को दक्षिण दिशा पहचानने में कभी मुश्किल क्यों नही हुई?

    Solution

    कवि को बचपन में माँ ने यह सिखाया था कि दक्षिण दिशा की ओर यमराज का घर होता है अत: वहाँ पर पैर करके सोना उन्हें नाराज करने के समान है। इससे वह रुष्ट होते हैं। माँ द्वारा मिली इस सीख के कारण कवि को दक्षिण दिशा पहचानने में कभी मुश्किल नहीं हुई। तथा उन्होंने इसका जीवन भर पालन किया।

    Question 2
    CBSEENHN9001420

    कवि ने ऐसा क्यों कहा कि दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था?

    Solution

    बचपन में कवि की माँ ने उससे बताया था कि दक्षिण दिशा की ओर पैर करके सोने से मृत्यु की प्राप्ति होती है। क्योंकि दक्षिण दिशा में यमराज का घर होता हैं। यह बात उसके मन में घर कर गयी थी तथा उसका मन आजीवन आशंकित रहा। इसके साथ उसने दक्षिण दिशा को एक प्रतीक के रूप में शोषण से जोड़ा है कि शोषण का भी कोई ओर-छोर नहीं होता। इससे हम बच नहीं सकते हैं। इसलिए कवि ने ऐसा कहा कि दक्षिण को लाँघ लेना संभव नहीं था।

    Question 3
    CBSEENHN9001421

    कवि के अनुसार आज हर दिशा दक्षिण दिशा क्यों हो गई है?

    Solution

    यहाँ पर कवि ने हर दिशा की तुलना दक्षिण दिशा इसलिए की हैं दक्षिण दिशा का आशय मृत्यु की दिशा से है, यह दिशा यमराज का घर हैं। समाज में चारों ओर हिंसा, असंतोष का बोल-बाला हैं। कोई भी इससे अछुता नही है। एक ओर जहाँ विज्ञान ने आविष्कारों द्वारा समाज को प्रगतिशील बनाया है वही उसका यह आविष्कार समाज के लिए एक विस्फोट साबित हो रहा हैं। विध्वंसक हथियारों द्वारा चारों ओर हिंसा और आंतक फ़ैल रहा हैं। एक देश दूसरे देश का दुश्मन बनता जा रहा हैं। कोई भी स्थान संसार में सुरक्षित नही रह गया है। संसार के हर एक कोने में मौत अपना डेरा जमाए बैठी है।कवि सभ्यता के विकास की इसी खतरनाक दिशा के कारण कह रहा है कि आज हर दिशा दक्षिण दिशा बन गई है।

    Question 4
    CBSEENHN9001422

    भाव स्पष्ट कीजिए -
    सभी दिशाओं में यमराज के आलीशान महल हैं
    और वे सभी में एक साथ
    अपनी दहकती आँखों सहित विराजते हैं

    Solution

    प्रस्तुत पंक्तियों का भाव यह यह कि आज मनुष्य समाज के किसी भी कोने में सुरक्षित नही हैं। आज आतंक तथा हिंसा यमराज का चेहरा बने बैठे हैं। उन्होंने यमराज के रुप में आज संपूर्ण सृष्टि पर अपना कब्जा कर लिया है। इस प्रकार आज के समय में यमराज का चेहरा भी बदल गया है और वह सभी जगह विराजमान भी है।

    Sponsor Area

    Mock Test Series

    Sponsor Area

    NCERT Book Store

    NCERT Sample Papers

    Entrance Exams Preparation