वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था

Question
CBSEHHISSH10018445

वैश्वीकरण भविष्य में जारी रहेगा। क्या आप कल्पना कर सकते हैं कि आज से बीस वर्ष बाद विश्व कैसा होगा? अपने उत्तर का कारण दीजिए।

Solution

मेरे विचारानुसार निसंदेह भविष्य में भी वैश्वीकरण जारी रहेगा। मैं कल्पना कर सकता हूँ की आज के बाद सारी दुनिया सक्रिय बड़े बाजार के सामान दिखाई देगा। कारणों का उल्लेख नीचे दिया गया है:

(i) बहुराष्ट्रीय कंपनियां दुनिया भर के उन स्थानों पर माल और सेवाएं मुहैया कराएगी जो जो उनके उत्पादन के लिए सस्ता होगी।
(ii) बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा विदेशी निवेश तुलनात्मक रूप से बढ़ेगा। देशों के बीच विदेश व्यापार भी बढ़ेगा।

(iii) विदेशी व्यापार का एक बड़ा हिस्सा बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा नियंत्रित किया जाएगा।

(iv) अधिक से अधिक माल और सेवाएं, निवेश और प्रौद्योगिकी का अदान-प्रदान देशों के बीच होगा।

(v) अधिक विदेशी निवेश और विदेशी व्यापार के कारण देश भर में उत्पादन और बाज़ार का अधिक से अधिक एकीकरण होगा।

Question
CBSEHHISSH10018446

मान लीजिए कि आप दो लोगों को तर्क करते हुए पाते हैं – एक कह रहा है कि वैश्वीकरण ने हमारे देश के विकास को क्षति पहुँचाई है, दूसरा कह रहा है कि वैश्वीकरण ने भारत के विकास में सहायता की है। इन लोगों को आप कैसे जवाब दोगे?

Solution

वैश्वीकरण से भारत के सामने नकारात्मक और सकारात्मक दोनों ही नतीजे आए हैं परन्तु लोगो ने सकारात्मक प्रभाव को कहीं अधिक महसूस किया हैं: इसके अलावा कुशल, शिक्षित और धनी उपभोक्ताओं और उत्पादकों को फायदा हुआ है।

(i) दूसरी तरफ, बढ़ती प्रतिस्पर्धा के परिणामस्वरूप कई छोटे उत्पादकों और श्रमिकों को नुकसान हुआ है। इसलिए उन्होंने वैश्वीकरण के लाभों को साझा नहीं किया है।

(ii) सरकार को वैश्वीकरण को अधिक निष्पक्ष बनाने की कोशिश करनी चाहिए। न्यायसंगत वैश्वीकरण सभी के लिए अवसर प्रदान करेगा और यह सुनिश्चित भी करेगा कि वैश्वीकरण के लाभों में सबकी बेहतर हिस्सेदारी हो।

Question
CBSEHHISSH10018447

दो दशक पहले की तुलना में भारतीय खरीददारों के पास वस्तुओं के अधिक विकल्प हैं। यह ................की प्रक्रिया से नजदीक से जुड़ा हुआ है। अनेक दूसरे देशों में उत्पादित वस्तुओं को भारत के बाजारों में बेचा जा रहा है। इसका अर्थ है कि अन्य देशों के साथ ..................बढ़ रहा है। इससे भी आगे भारत में बहुराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा उत्पादित ब्रांडों की बढ़ती संख्या हम बाजारों में देखते हैं। बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ भारत में निवेश कर रही हैं क्योंकि .................। जबकि बाजार में उपभोक्ताओं के लिए अधिक विकल्प इसलिए बढ़ते .............और ....................के प्रभाव का अर्थ है उत्पादकों के बीच अधिकतम ...............।

Solution

वैश्वीकरण

,

व्यापार

,

वे सस्ता शर्म एवं अन्य संसाधन प्राप्त कर सकता हैं।

,

दामों और स्तर 

,

प्रतिस्पर्धा

Question
CBSEHHISSH10018448

निम्नलिखित को सुमेलित कीजिए

A. बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ छोटे उत्पादकों से सस्ते दरों पर खरीदती हैं। (i) मोटर गाड़ियों 
B. आयात पर कर और कोटा का उपयोग, व्यापार नियमन  (ii) कपड़ा, जूते-चप्पल, खेल के सामान के लिए किया जाता है।
C. विदेशों में निवेश करने वाली भारतीय कंपनियाँ (iii) कॉल सेंटर
D. आई.टी. ने सेवाओं के उत्पादन के प्रसार में सहायता की है। (iv) टाटा मोटर्स, इंफोसिस, रैनबैक्सी
E. अनेक बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ ने उत्पादन करने के लिए निवेश किया है। (v) व्यापार अवरोधक
Solution

A.

बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ छोटे उत्पादकों से सस्ते दरों पर खरीदती हैं।

(i)

कपड़ा, जूते-चप्पल, खेल के सामान के लिए किया जाता है।

B.

आयात पर कर और कोटा का उपयोग, व्यापार नियमन 

(ii)

व्यापार अवरोधक

C.

विदेशों में निवेश करने वाली भारतीय कंपनियाँ

(iii)

टाटा मोटर्स, इंफोसिस, रैनबैक्सी

D.

आई.टी. ने सेवाओं के उत्पादन के प्रसार में सहायता की है।

(iv)

कॉल सेंटर

E.

अनेक बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ ने उत्पादन करने के लिए निवेश किया है।

(v)

मोटर गाड़ियों