जाति, धर्म और लैंगिक मसले

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Question
CBSEHHISSH10018609

भारत की विधायिकाओं में महिलाओं के प्रतिनिधित्व की स्थिति क्या है?

Solution

वर्तमान युग में महिलाओं की राजनीति में स्थिति ज़्यादा अच्छी नहीं है। राजनीतिक क्षेत्र में महिलओं की उपस्थिति कम ही है। लोकसभा में इनकी संख्या कुल संख्या का 10 प्रतिशत भी नहीं है। इसके साथ ही राज्य विधान सभाओं में इनकी भागीदारी 5 प्रतिशत से भी कम है। इस विषय में भारत का स्थान दुनिया के बहुत से देशों से नीचे है। भारत इस मामले में अफ्रीका-लातिन अमेरिका से भी काफी पीछे है। विशेषतः राजनीति पर पुरुषो का आधिपत्य स्थापित है।

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Question
CBSEHHISSH10018610

किन्ही दो प्रावधानों का जिक्र करें जो भारत को धर्मनिरपेक्ष देश बनाते हैं।

Solution

संविधान का निर्माण करते समय धर्म-निरपेक्ष राज्य स्थापित करने का प्रयास किया गया। धार्मिक आधार पर किसी के भी साथ भेदभाव नहीं किया गया। भारत पूरी तरह से धर्म-निरपेक्ष देश बने इसलिए सरकार ने संविधान में अनेक प्रवधानों की व्यवस्था की है जिनमे से दो इस प्रकार है- 
(i) धर्म और जाती के आधार पर किसी से भी भेदभाव नहीं किया जा सकता। किसी को अछूत कहने पर भी दंड दिया जा सकता है। भारतीय राज्य में किसी भी धर्म को राजकीय धर्म के रूप में नहीं अपनाया गया। 
(ii) भारत में सभी नागरिकों को अपनी इच्छा अनुसार किसी भी धर्म को चुनने और उसका प्रचार करने का पूरा अधिकार है। सभी धार्मिक समुदायों को अपने धर्म का अनुकरण करने की पूरी स्वतंत्रता है।

Question
CBSEHHISSH10018611

जब हम लैंगिक विभाजन की बात करते हैं तो हमारा अभिप्राय होता है:

  • स्री और पुरुष के बीच जैविक अंतर

  • समाज द्वारा स्री और पुरुष को दी गई आसमान भूमिकाएँ

  • बालक और बालिकाओं की संख्या का अनुपात

  • लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में महिलाओं को मतदान का अधिकार ना मिलना
  • लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं में महिलाओं को मतदान का अधिकार ना मिलना

Solution

B.

समाज द्वारा स्री और पुरुष को दी गई आसमान भूमिकाएँ

Question
CBSEHHISSH10018612

भारत में यहाँ औरतों के लिए आरक्षण की व्यवस्था है :

  • लोकसभा

  • विधानसभा
  • मंत्रिमंडल
  • पंचायती राज की संस्थाएँ

Solution

D.

पंचायती राज की संस्थाएँ