युगों का दौर
भारतीय सूती वस्त्र का बहुतायत निर्यात होता था। कुछ हद तक रेशम उद्योग भी विकसित था। कपड़ा रंगने में भारत का विशेष स्थान था। पक्के रंग यहाँ तैयार किए जाते थे। नील का रंग जिसे ‘इंडिगो’ कहते थे काफी प्रसिद्ध था।
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